इस्लामिक स्टेट समूह अबू बकर अल बगदादी की मौत की पुष्टि कर दी है। इस्लामिक स्टेट समूह ने एक ऑडियो बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है। आईएस ने अपने नए उत्तराधिकारी का नाम भी घोषित कर दिया है। आईएसआईएस ने अपने नए उत्तराधिकारी के तौर पर अबी इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी को चुना है।
इससे पहले पेंटागन ने इस्लामिक स्टेट के सरगना अबू बक्र अल बगदादी पर उत्तर-पश्चिमी सीरिया में अमेरिकी बलों के हमलों से जुड़े छोटे वीडियो जारी किए। बगदादी (48) ने रविवार को तुर्की की सीमा से चार मील दूर उत्तरी सीरिया के इदलिब प्रांत में अमेरिका के विशेष अभियान बलों के हमले के दौरान खुद को आत्मघाती बम से उड़ा लिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को इसकी घोषणा की थी।
अमेरिका की केंद्रीय कमान के कमांडर जनरल केनैथ मैकेंजी ने पेंटागन में संवाददाता सम्मेलन में हमले के छोटे वीडियो जारी किए और बताया कि हमले के बाद बगदादी का परिसर एक पार्किंग स्थल की तरह लग रहा था जिसमें बहुत सारे गड्ढे हों। उन्होंने कहा कि परिसर को इस तरह से तबाह किया गया है कि इस पर कोई मजार या स्मारक बनाने की कोई गुंजाइश नहीं बचे। यह ‘‘मैदान का एक टुकड़ा भर रह गया है।’’
मैकेंजी ने कहा कि सुरंग में जान बचाते भागते बगदादी से पहले अमेरिकी जवानों ने आईएसआईएस के पांच सदस्यों को मार गिराया था। उनमें चार महिलाएं शामिल थीं जिन्होंने अमेरिकी बलों पर गोलीबारी की।
उन्होंने कहा कि 12 वर्ष से कम उम्र के दो बच्चे भी इस हमले में मारे गए। पहले माना जा रहा था कि हमले तीन बच्चों की मौत हुई है। उन्होंने बगदादी के अंतिम क्षणों के बारे में बताया, ‘‘वह दो छोटे बच्चों के साथ गड्ढे में रेंग रहा था, उसने खुद को उड़ा लिया। जबकि उसके लोग वहां ऊपर ही थे। इस हरकत से आप समझ सकते हैं कि वह किस तरह का व्यक्ति था।’’
मैकेंजी ने कहा कि चार महिलाओं और दो पुरुषों समेत आईएसआईएस के सभी छह सदस्य मारे गए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दो बच्चे तब मारे गए जब बगदादी ने खुद को उड़ा लिया। उन्होंने बताया कि हमलावर बलों ने 11 बच्चों को बचाया है और दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया है।
अभियान के बारे में अमेरिकी जनरल ने बताया कि बलों ने सुरंग से उल्लेखनीय मलबा हटा दिया है। डीएनए परीक्षण से पहचान की पुष्टि करने के लिए बगदादी के अवशेष संभाल कर रख लिए थे। औपचारिक डीएनए परीक्षण के लिए नमूने एकत्रित करने के बाद बगदादी के अवशेषों को समुद्र में डुबो दिया गया।