कॉक्स बाजार: बच्चों सहित बड़ी संख्या में रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर आ रही एक नौका के डूब जाने से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गयी तथा बड़ी संख्या में लोग लापता हैं। म्यामां के रखाइन प्रांत से भाग रहे रोहिंग्या समुदाय के लोगों के साथ यह ताजा हादसा है। तटरक्षक और सीमा रक्षक बल के अधिकारियों ने कहा कि हादसा रविवार रात करीब 10 बजे म्यांमार और बांग्लादेश की सीमा को अलग करने वाली नाफ नदी में हुआ। नाव पर करीब 100 लोग सवार थे। (अलास्का में 6.6 तीव्रता का जबर्दस्त भूकंप महसूस किए गए)
बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के अधिकारी अब्दुल जलील ने बताया कि पूरी रात चले अभियान के बाद 12 शव निकाले गये हैं। इनमें 10 बच्चे, एक बुजुर्ग महिला और एक पुरुष का शव है। क्षेत्र के तटरक्षक कमांडर अलाउद्दीन नयन ने कहा कि तटवर्ती गांव गालचर के पास डूबी इस नौका पर करीब 100 लोग सवार थे।
उन्होंने कहा कि नाव में करीब 40 वयस्क पुरुष थे। बाकी सभी बच्चे थे। जलील ने बताया कि तटरक्षकों ने तीन महिलाओं और दो बच्चों सहित 13 रोहिंग्याओं को सुरक्षित बचा लिया। उन्होंने कहा कि चूंकि नाव म्यामां की सीमा के पास डूबी, इसलिए ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ लोग तैरकर उस पार चले गये होंगे।