दुशांबे: अफगानिस्तान के प्रथम उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने मंगलवार को तालिबान के सामने घुटने टेकने से साफ इनकार कर दिया है और खुद को देश का केयरटेकर प्रेसिडेंट घोषित कर दिया। इसके बाद बुधवार को ताजिकिस्तान स्थित अफगान दूतावास से अशरफ गनी की तस्वीर हटाकर अमरुल्लाह सालेह की तस्वीर लगा दी है और उन्हें अफगानिस्तान का राष्ट्रपति बताया गया है।
गौरतलब है कि काबुल में तालिबान की एंट्री के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ कर चले गए थे, जिसके बाद मंगलवार को अमरुल्लाह सालेह ने खुद को केयरटेकर राष्ट्रपति घोषित किया। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘सफाई: अफगानिस्तान के संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति की अनुपस्थिति, पलायन, इस्तीफे या मृत्यु की हालत में फर्स्ट वाइस प्रेसिडेंट कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाता है।"
इसी ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा, "मैं इस समय अपने देश में हूं और वैध केयरटेकर प्रेसिडेंट हूं। मैं सभी नेताओं से उनके समर्थन और आम सहमति के लिए संपर्क कर रहा हूं।" उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "अब अफगानिस्तान पर अमेरिकी राष्ट्रपति से बहस करना बेकार है। उन्हें यह सब पचा लेने दें। हम अफगानों को यह साबित करना होगा कि अफगानिस्तान वियतनाम नहीं है और तालिब भी कहीं से वियतकांग के आसपास भी नहीं हैं।"
ट्वीट में अमरुल्लाह सालेह ने आगे लिखा, "यूएस/नाटो के विपरीत हमने हौसला नहीं खोया है और हम अपने सामने अपार संभावनाएं देख रहे हैं। बेकार का विरोध खत्म हो गया है। प्रतिरोध में शामिल हों।"