इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल आरिफ अलवी ने रविवार को पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार ने ऐवान-ए-सद्र (राष्ट्रपति भवन) में आयोजित सादे समारोह में पेशे से दंत चिकित्सक 69 वर्षीय अल्वी को पाकिस्तान के 13वें राष्ट्रपति के रूप में पद की शपथ दिलाई।
पूर्ववर्ती ममनून हुसैन ने 5 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद शनिवार को राष्ट्रपति भवन खाली कर दिया था। प्रधानमंत्री इमरान खान, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा सहित शपथ ग्रहण समारोह में सैन्य और असैन्य प्रशासन के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। चीन के विदेश मंत्री वांग यि और सऊदी के सूचना मंत्री अव्वाद बिन सालेह अल अव्वाद भी समारोह में उपस्थित थे।
अल्वी को चार सितंबर को हुए चुनाव में पाकिस्तान का नया राष्ट्रपति चुना गया था। अल्वी ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार ऐतजाज अहसन और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन के उम्मीदवार मौलाना फजल उर रहमान को त्रिकोणीय मुकाबले में मात दी थी। नेशनल असेंबली और सीनेट में पड़े कुल 430 मतों में से अलवी को 212 मत मिले थे जबकि रहमान को 131 और अहसन को 81 मत मिले थे। छह मत खारिज कर दिए गए थे।
अलवी कराची के रहने वाले हैं लेकिन उनका परिवार विभाजन के वक्त भारत से पाकिस्तान गया था। पूर्ववर्ती हुसैन का परिवार आगरा से जबकि परवेश मुशर्रफ का परिवार नई दिल्ली से पाकिस्तान गया है। गौरतलब है कि अल्वी के पिता डॉक्टर हबीब उर्र रहमान इलाही अल्वी भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के दंत चिकित्सक हुआ करते थे।
जीत के बाद अपने पहले भाषण में अलवी ने प्रधानमंत्री खान को उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी के लिए नामांकित करने पर धन्यवाद दिया था। अल्वी ने कहा था, आज से मैं सिर्फ पीटीआई द्वारा नामित राष्ट्रपति नहीं हूं, बल्कि मैं पूरे देश और सभी दलों का राष्ट्रपति हूं। सभी दल मेरे समक्ष समान हैं। उन्होंने कहा था, मेरा राजनीतिक संघर्ष अय्यूब खान के शासन काल, 1967 से चल रहा है। हालांकि, मेरा मानना है कि तब से अब तक राष्ट्र में बहुत जागरूकता आयी है। राष्ट्रपति ने संविधान में किए गए वादों को दोहराया।
अल्वी 2006 से 2013 तक पीटीआई के पार्टी के महासचिव रहे हैं।