आतंकी गतिविधियों से बाज नहीं आ रहे पाकिस्तान पर आर्थिक प्रतिबंधों का खतरा मंडराने लगा है। आतंकी संगठनों की फंडिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था FATF पहले ही पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट डाल चुका है। अब पाकिस्तान पर ब्लैक लिस्टेड होने का खतरा मंडरा रहा है। FATF की क्षेत्रीय इकाई एशिया पेसिफिक ग्रुप APG के सामने बैंकॉक में सोमवार को पाकिस्तान की पेशी हुई। जिसमें पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए अभियानों के बारे में 125 सवाल किए गए।
सूत्रों के अनुसार 125 सवालों में अधिकांश सवाल अपने देशों में चल रही आतंक की फैक्ट्रियों को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों पर थे। यहां पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने अपने देश के भीतर मौजूद प्रतिबंधित आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की है। इस दौरान पाकिस्तान ने अप्रैल से लेकर अगस्त के बीच की गई आतंकवाद विरोधी कार्रवाई का ब्यौरा दिया।
इस बैठक में अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का 20 सदस्यीय दल बैंकॉक गया था। बैठक के दौरान पाकिस्तान ने एफएटीएफ के अधिकारियों को बताया कि उसने प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों पर काबू पाने और उनकी संपत्तियों को जब्त करने के लिए क्या कदम उठाए हैं।
बता दें कि जून में एफएटीएफ ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद के वित्त पोषण पर उसके द्वारा सौंपी गई 25 सूत्रीय कार्ययोजना को पूरी करने में नाकाम रहा है। इसके साथ ही एफएटीएफ ने पाकिस्तान को अक्टूबर तक अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने या फिर कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी थी। उसने कहा था कि कार्रवाई के तहत पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है।