इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि तीन पश्चिमी नदियों पर उसका ‘विशेषाधिकार’ है और इन नदियों का पानी रोकने की भारत की कोई भी कोशिश ‘आक्रामक कार्रवाई’ मानी जाएगी। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने यह टिप्पणी साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पाकिस्तान का पानी रोकने संबंधी बयान पर पूछे सवाल पर की।
पिछले हफ्ते हरियाणा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कथित तौर पर कहा था कि उनकी सरकार नदियों से पाकिस्तान जा रहे पानी को रोक देगी। फैसल ने कहा कि सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान का तीन पश्चिमी नदियों के पानी पर विशेषाधिकार है। नदियों का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, ‘‘भारत की ओर से इन नदियों का पानी रोकने की कोई भी कार्रवाई आक्रामक मानी जाएगी और पाकिस्तान के पास इसका जवाब देने का अधिकार है।’’
उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त को भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को खारिज करने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। पाकिस्तान ने भारत के उच्चायुक्त को वापस भेज दिया था और विश्व मंचों से मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने का प्रयास कर रहा है। वहीं भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अनुच्छेद-370 को निष्क्रिय करना उसका आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। भारत अपने रुख पर कायम है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते।