मनीला: अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने की सहमति बनने के बाद इस देश पर दबाव बनाने की मांग की है। टिलरसन मनीला में 10 आसियान राष्ट्रों की बैठक के लिए आए हुए हैं लेकिन पूरी दुनिया की नजर अमेरिका के चिर प्रतिद्वंद्वी देश चीन और रूस के समकक्षों के साथ टिलरसन की होने वाली बातचीत पर होगी। वह पहली बार उस कक्ष में मौजूद होंगे जहां उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री होंग यो आएंगे। यो ने अमेरिका द्वारा प्योंगयांग को आसियान क्षेत्रीय बैठक में अलग-थलग करने के प्रयास की अवहेलना की है। (डोकलाम विवाद: भारत के खिलाफ चीन की नई चाल, बढ़ सकती हैं मुश्किलें)
रविवार को होने वाली वार्ता से पहले टिलरसन ने 17,000 अमेरिकी और फिलीपीन सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनीला अमेरिकी शमशान और समाधि स्थल का दौरा किया। ये सैनिक यहां दूसरे वियुद्ध के दौरान मारे गए थे। इसके बाद टिलरसन और उनके वरिष्ठ सहयोगियों ने पहले म्यांमा के विदेश मामलों के मंत्री क्याव टिन के साथ बैठक की और उसके बाद दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री कांग क्यूंग-वा के साथ बैठक की।
टिलरसन ने संवाददाताओं से कहा कि वह और कांग उत्तर कोरिया पर अगले कदम के बारे में बातचीत करेंगे। वह इस बारे में विस्तार में नहीं जाएंगे लेकिन नए प्रतिबंधों को लेकर वोट एक अच्छा परिणाम था। वहीं कांग ने भी वोट को बहुत ही अच्छा परिणाम बताया। बैठक शुरू होने के कुछ घंटे पहले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अमेरिका द्वारा उत्तर कोरिया पर मौजूद प्रतिबंध को मजबूत करने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया।