बीजिंग: चीन के सरकारी मीडिया ने देश के उत्तर पश्चिम में एक मस्जिद में तोड़फोड़ करने की योजना का बचाव करते हुए कहा कि कोई भी धर्म कानून के बड़ा नहीं है। देश के निंगशिया स्वायत्त क्षेत्र के वुझोंग शहर में विझाऊ बड़ी मस्जिद को अवैध बताकर चीनी सरकार ने उसे तोड़ने का फरमान सुनाया है। चीनी सरकार की इस योजना के विरोध में हुई समुदाय के हजारों मुस्लिम धरने पर बैठे हुए हैं। हुई मुस्लिमों के प्रदर्शन ने फिलहाल विझाऊ बड़ी मस्जिद में गुरूवार को तोड़फोड़ करने की अधिकारियों की कोशिश को नाकाम कर दिया है।
सरकार का आरोप, मस्जिद नवीकरण के दौरान नियमों का उल्लंघन
दरअसल, चीन की सरकार आरोप लगा रही है कि हाल में मस्जिद नवीकरण के दौरान नियमों का उल्लंघन किया गया है। वहीं, हुई मुस्लिमों का कहना है कि मस्जिद में सभी निर्माण सरकार की इजाजत के बाद हुए हैं। हुई मुस्लिम सप्ताहांत पर इस मुद्दे को लेकर लगातार प्रदर्शन करते रहे। प्रदर्शनकारी मस्जिद में डेरा डालकर बैठ गए हैं और उन्होंने बाहर निकलने से इनकार दिया है। मस्जिद से निकलने के बारे में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘अधिकारियों ने हमें साफ जवाब नहीं दिया। जब तक सरकार यह साफ नहीं कर देती कि मस्जिद के ढांचे में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा तब तक हम यहां डटे रहेंगे।’
मीडिया ने कहा, कोई भी धर्म कानून से ऊपर नहीं
वहीं, चीनी अधिकारियों ने कहा कि मस्जिद के अधिकारियों ने 2015 में नवीकरण का काम कराया था। इसके बाद मस्जिद देखने में पश्चिम एशिया की किसी मस्जिद की तरह दिखती है। वे चाहते हैं कि ‘अरब शैली के गुंबदों’ को हटाया जाए और इसकी जगह चीनी की पैगोडा शैली को स्थापित किया जाए, लेकिन समुदाय के सदस्यों को यह मंजूर नहीं है।’ एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि गुंबदों को उतारने के बाद मस्जिद इस्लाम का प्रतीक नहीं लगेगी। हुई मुस्लिमों के इस कदम पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन सरकारी मीडिया ने कहा कि कोई धर्म कानून से ऊपर नहीं है।
गिरफ्तार किए जा सकते हैं प्रदर्शनकारी
DOAM नाम के एक ट्विटर यूजर ने @doamuslims हैंडल से ट्वीट किया कि इस कैंपेन में हिस्सा लेने वालों की गिरफ्तारी का डर है। आपको बता दें कि अभी हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि चीन ने करीब 10 लाख उइगर मुसलमानों को शिविरों में कैद करके रखा है। दूसरी तरफ, यहां की सरकार धर्म के प्रसार पर कड़ी पाबंदी लगा रही है, हालांकि उसे प्रदर्शनकारियों के गुस्से का भी सामना करना पड़ रहा है।