नई दिल्ली: पाकिस्तान के विदेश मंत्री मखदूम शाह महमूद कुरैशी ने स्वीकार किया है कि आतंकी संगठन JeM का संस्थापक और प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में है, लेकिन वह यह उल्लेख करना भूल गए कि जैश-ए-मोहम्मद का पूरा परिवार (JeM) आतंकी गतिविधियों में शामिल है, जो पंजाब प्रांत के बहावलपुर के मुख्यालय से गतिविधियों को नियंत्रित करता है। साल 2017 में ये लोग यहां आए थे।
बालाकोट में JeM के ट्रेनिंग कैंप पर एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान को सौंपे गए डोजियर के मुताबिक, बालाकोट में JeM के मुख्यालय का पता है- “मरकज़ उस्मान-ओ-अली, रेलवे लिंक रोड, बहावलपुर”। ये जानकारी भारतीय खुफिया विभाग के अधिकारियों ने अपनी पहचान न बताए जाने की शर्त पर दी है।
मौलाना मसूद अजहर की कमांड में देवबंदी आतंकवादी समूह का पूरा काम चलता है। अधिकारियों ने कहा कि भारत से नफरत करने वाले अजहर को 2017 से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है, क्योंकि उसे रीढ़ की हड्डी का कैंसर है। लेकिन, फिर भी मसूद आतंक के साम्राज्य का सुप्रीम है।
अधिकारियों ने बताया कि JeM का मुख्यालय एक विशाल और आधुनिक इमारत है। जिसे अजहर के भाइयों द्वारा विशेष और जरूरी मुलाकातों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अजहर के भाई भारत और अफगानिस्तान की घटनों में ऑपरेशनल चीक की भुमिका निभाते हैं। अधिकारियों ने बताया कि मसूद अजहर अभी भी जिंदा है और समूह के पहले मुख्यालय में रहता है।
अजहर के बड़े भाई इब्राहिम अजहर ने पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और तालिबान की मदद से इंडियन एयरलाइंस की फ़्लाइट IC-814 को दिसंबर 1999 में हाईजैक कर लिया था। जिसके बाद इनकी डिमांड पर भारत ने बंधक बनाए गए यात्रियों और चालक दल को छुड़ाने के लिए मसूद अजहर और दो अन्य आतंकियों को अपनी कैद से रिहा कर दिया था। फ्लाइट को आतंकी हाईजैक करके कंधार ले गए थे। इब्राहिम अफगानिस्तान में भी अपने विचाकों को फैलाने में लगा है।
इब्राहिम का बड़ा बेटा उस्मान हैदर 30 अक्टूबर, 2018 को जम्मू और कश्मीर के त्राल इलाके में मारा गया था। इससे 10 दिन पहले ही उस्मान कश्मीर घाटी में घुसा था। इब्राहिम का छोटा बेटा उमैर पुलवामा इलाके में छिपा हुआ है, जिसे भारतीय सुरक्षा बल तलाश रहे हैं और पाकिस्तानी आतंकी संगठन JeM बचाने में जुटा है। बता दें कि पुलवामा में 14 फरवरी को जैश के एक आत्मघाती हमलावर ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हमला किया, जिसमें कम से कम 40 सैनिक मारे गए।
मसूद अजहर के खुद के दो बेटे हैं- अब्दुल्ला और वली- और दो बेटियां हैं। दोनों बेटे कश्मीर में इस्लामिक जिहाद के लिए कट्टरपंथी कैडर में शामिल हैं। वहीं, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर, मसूद अजहर का एक और भाई है और भारत के खिलाफ JeM के संचालन का प्रमुख है। रऊफ के चार बेटे हैं (सबसे बड़े की उम्र केवल 16 है) और दो बेटियां हैं।
मसूद अजहर के दो और भाई हैं, जो उससे छोटे हैं। माना जाता है कि मौलाना अम्मार और तल्हा सैफ दोनों ही JeM की टैरर फैक्ट्री में शामिल हैं। वहीं, कहा जा रहा है कि बालाकोट में भारतीय एयर फोर्स की कार्रवाई में मसूद अजहर के बहनोई यूसुफ अजहर की मौत हो गई। भारतीय खुफिया अधिकारियों के अनुसार, अजहर के दूसरे बहनोई अब्दुल रशीद कामरान के बेटे तल्हा रशीद को भारतीय सुरक्षा बलों ने 6 नवंबर, 2017 को पुलवामा में हुई एक मुठभेड़ में मार दिया था।