इस्लामाबाद: इराक और सीरिया में मिल रही हार के बाद अब ऐसी संभावना है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अपनी जड़ें जमा सकता है। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने बुधवार को पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के साथ मिलकर लड़ने का आग्रह किया। डॉन ने एक संपादकीय में कहा कि इराक और सीरिया में आईएस को मिल रही हार के चलते संभावना है कि यह आतंकी संगठन अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अपनी जड़ें जमाना शुरू कर दे।
संपादकीय में अमेरिकी सैन्य अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अफगानिस्तान में करीब 1,000 आईएस लड़ाके सक्रिय हैं। संपादकीय के मुताबिक, "अफगानिस्तान की लंबी और कमजोर सीमा के चलते कई बार देश की आतंकवाद से जुड़ी समस्या पाकिस्तान को भी अपनी चपेट में ले लेती है। आईएस का मामला इससे अलग नहीं है।" संपादकीय के मुताबिक, "इसलिए जरूरी है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों देशों में आईएस के खतरे को कम करने के लिए साथ मिलकर काम करें।"
संपादकीय में कहा गया है, "पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनावपूर्ण रिश्तों को देखते हुए यह आसान नहीं है।" संपादकीय के अनुसार, "लेकिन जैसा कि आईएस और उसकी विचारधारा को मानने वालों ने अन्य जगहों पर दिखाया है कि अगर कहीं रिक्तता होती है तो आईएस बेहद जल्दी उसे भरने की कोशिश करता है। जैसा कि सीरिया और इराक में हुआ।" डॉन के मुताबिक, "पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों के लिए ही यह सही नहीं है। इसलिए आईएस को हराने के लिए एक संयुक्त नीति ही इस समस्या का एकमात्र समाधान है।"
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