नई दिल्ली: पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले के बाद भारत की करवाई से डरे हुए पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर सेना और तोपखाने का जमावड़ा बढ़ा दिया है। पाकिस्तान की तरफ से हैवी फायरिंग के अंदेशे के चलते राजौरी के नॉशेरा सेक्टर पर एलओसी से सटे हुए गांव वालों को अलर्ट रहने की सलाह दी गयी है। साथ ही पाकिस्तान की गोलाबारी से वंहा के लोगो को बचाने के लिए कई अस्थाई कैम्प भी बना दिये गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर लोग वंहा शरण ले कर पाकिस्तानी गोलाबारी से बच सके।
वहीं भारतीय सेना के डर से पाकिस्तान ने अपने नागरिकों से कहा कि वो जल्द बॉर्डर के इलाकों को खाली कर दें। इसके लिए पाकिस्तान सरकार की तरफ एक एडवाइजरी जारी की गई है। एलओसी से सटे इलाकों में रहने वालों के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की तरफ से एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि किसी भी वक्त भारतीय सेना हमला कर सकती है इसलिए इस हमले से खुद की हिफाजत करें। एलओसी से सटे इलाकों में ज्यादा नुकसान होगा। रात के अंधेरे में गलती से कुछ भी ना जलाएं और बंकर में रहें और भीड़ लगाकर बाहर खड़े न हों।
पुलवामा अटैक के बाद पाकिस्तान को लगता है कि अब हिंदुस्तान किसी भी कीमत पर छोड़ने वाला नहीं है और इसी डर की वजह से पाकितानी पीएम इमरान खान ने इस्लामाबाद में नेशनल सिक्यूरिटी काउंसिल की मीटिंग बुलाई। वॉर रूम में इंटेलिजेंस चीफ, आर्मी चीफ और सभी मंत्री शामिल हुए। वॉर रूम में एलओसी से सटे इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित इलाकों में ले जाने पर चर्चा हुई जिसके बाद ये एडवाइजरी जारी की गई।
लाइन ऑफ कंट्रोल से सटे इलाकों पर किसी भी वक्त भारतीय सेना हमला कर सकती है। भारतीय फौज के हमले से बचने के लिए सभी लोगों को ये हिदायत दी जाती है। जनता को आगाह किया जाता है कि मौजूद हालात ऐसे बने हैं कि हिंदुस्तान सेना हमला कर सकती है। एलओसी से सटे रहने वाले लोग अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें। घर से निकलते वक्त जत्थे में ना निकलें। अच्छा रहेगा कि घरों के अंदर ही रहें। पाकिस्तान सरकार जल्दी से एलओसी से सटे इलाके में पक्के बंकर बनाएं।
जाहिर है एलओसी से सटे इलाकों में पाकिस्तान को भारत के हमले का डर सता रहा है। ये डर बलूस्चितान में भी दिखा और वहां के अस्पतालों को कहा गया कि कम से कम 25 फीसदी बेड को रिर्जव रखें।