काबुल: अफगानिस्तान के निर्वासित उपराष्ट्रपति अब्दुल राशिद दोस्तम की वतन वापसी के कुछ देर बाद ही काबुल एयरपोर्ट के पास विस्फोट हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग एक साल निर्वासन में रहने के बाद उपराष्ट्रपति अब्दुल राशिद दोस्तम के अपने देश लौटने के कुछ देर बाद ही काबुल के इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हुए इस विस्फोट में 14 लोगों मारे गए है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस समय यह विस्फोट हुआ उसके कुछ देर पहले ही दोस्तम का काफिला एयरपोर्ट से रवाना हुआ था।
इस घटना में 14 लोगों के मारे गए और 60 घायल हो गए हैं। एयरपोर्ट पर दोस्तम के स्वागत के लिए भारी मात्रा में समर्थक जमा हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में दोस्तम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा क्योंकि विस्फोट के ठीक पहले उनका काफिला एयरपोर्ट से निकल चुका था।
गौरतलब है कि हाल के हफ्तों में दोस्तम के समर्थक सड़कों पर उतर आए थे। उन्होंने सरकारी कार्यालयों और कुछेक राजमार्गों को बंद कर दिया था। ये लोग सरकार समर्थक एक मिलिशिया नेता की रिहाई और दोस्तम की वापसी की मांग कर रहे थे। पर्यवेक्षकों ने बताया कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने दोस्तम की वापसी को हरी झंडी दे दी। एक राजनीतिक विरोधी से बलात्कार और प्रताड़ना के मामले में आरोप लगने के बाद दोस्तम ने मई 2017 में अफगानिस्तान छोड़ दिया था। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन बीते कुछ दिनों में तालिबान और इस्लामिक स्टेट इस मुल्क में आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।