काबुल: अफगानिस्तान के बगलान प्रांत में रविवार सुबह कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने एक कंपनी में काम कर रहे 7 भारतीय इंजीनियरों समेत 8 कर्मचारियों को अगवा कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये सभी लोग एक बिजली कंपनी में काम करते थे। इस बीच, नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा है कि घटना का ब्योरा पता लगाने के लिए वे लोग अफगान अधिकारियों के संपर्क में हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया है कि प्रांतीय राजधानी पुल ए खोमरे के बाग-ए-शामल गांव में हथियारबंद लोगों ने भारतीय कंपनी KEC के 7 भारतीय और एक अफगान कर्मचारी का अपहरण कर लिया। शक जताया जा रहा है कि इस घटना को तालिबान के आतंकियों ने अंजाम दिया है।
वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि 6 भारतीयों का अपहरण हुआ है। खबरों के मुताबिक इन लोगों का उस वक्त अपहरण किया गया जब वे लोग इलाके में जा रहे थे, जहां उनकी कंपनी ने एक बिजली सब स्टेशन का ठेका ले रखा है। अफगानिस्तान में भारतीय नागरिकों के अपहरण की खबर पर सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने नई दिल्ली में कहा,‘हम अफगानिस्तान के बगलान प्रांत से भारतीयों का अपहरण होने की घटना से अवगत हैं। हम अफगान अधिकारियों से संपर्क में हैं और अधिक ब्योरे का पता लगाया जा रहा है।’ बगलान प्रांतीय परिषद ने इस घटना को तालिबान से जोड़ा है। अफगान मीडिया के मुताबिक इन लोगों को संभवत: सरकारी कर्मचारी समझ कर उठा लिया गया।
काबुल में भारतीय दूतावास के 2 अधिकारियों ने भी इंजीनियरों के अपहरण की पुष्टि की है। भारतीय दूतावास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी अफगानिस्तान में बड़े इन्फ्रस्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट्स में 150 से ज्यादा भारतीय इंजिनियर और तकनीकी विशेषज्ञ काम कर रहे हैं। बहरहाल, किसी भी संगठन ने अपहरण की जिम्मेदारी अब तक नहीं ली है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान में बिजली आपूर्ति करने में शामिल सबसे बड़ी कंपनियों में KEC भी एक है।