काबुल: अफगानिस्तान की सेना ने बगराम एयर बेस पर भी तालिबान के आगे सरेंडर कर दिया है। इसके साथ ही कभी अफगानिस्तान में अमेरिका का प्रमुख एयर बेस रहे बगराम पर तालिबान का कब्जा हो गया है। खास बात यह है कि इसी एयरबेस पर बनी एक जेल में करीब 5000 कैदियों को कैद किया गया है। इन कैदियों में तालिबान के लड़ाकों के के साथ-साथ इस्लामिक स्टेट के आतंकी भी शामिल हैं। अब बगराम एयर बेस के तालिबान के कब्जे में आने के बाद इन कैदियों की रिहाई पक्की हो गई है।
काबुल के बाहरी इलाकों में घुसे तालिबान के लड़ाके
बगराम के डिस्ट्रिक्ट चीफ दरवेश रउफी ने रविवार को इस बात की पुष्टि की कि बगराम एयर बेस अब तालिबान के कब्जे में है। काबुल के बाहरी इलाकों में तालिबान के पहुंचने की खबर के साथ ही अफगान सेना ने इस एयर बेस पर भी सरेंडर कर दिया। बता दें कि तालिबान के लड़ाकों ने राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में रविवार को प्रवेश कर लिया। चरमपंथियों की देश पर मजबूत होती पकड़ के बीच, घबराए सरकारी कर्मचारी दफ्तरों को छोड़कर भाग निकले। इसी दौरान अमेरिकी दूतावास पर हेलीकॉप्टर आ गए हैं। तालिबान के लड़ाकों ने काबुल से पहले जलालाबाद पर कब्जा किया था।
राष्ट्रपति आवास में तालिबान से हो रही है बातचीत
इस बीच अफगानिस्तान के एक अधिकारी ने बताया कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के ‘हस्तांतरण’ की तैयारी के लिए राष्ट्रपति के आवास पहुंचे। अफगान सरकार और तालिबान के बीच हस्तांतरण पर बातचीत हो रही है। अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का उद्देश्य तालिबान को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपना है। तालिबान ने कहा कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है। अफगानिस्तान के 3 अधिकारियों ने बताया कि तालिबान ने राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में रविवार को प्रवेश कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि तालिबान के लड़ाके कलाकान, काराबाग और पघमान जिलों में मौजूद हैं।