काबुल: दक्षिण अफगानिस्तान में तालिबान ने मंगलवार रात सुरक्षा चौकियों पर हमले किए जिसमें कुल 28 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह हिंसा ऐसे समय हुई है जब तालिबान के नेता और अफगान सरकार द्वारा नियुक्त वार्ताकार कतर में ऐतिहासिक शांति वार्ता कर रहे हैं। प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता जेड.
इबादी के अनुसार हमले दक्षिणी उरुजगन प्रांत में मंगलवार देर रात शुरू हुए। तालिबान के एक प्रवक्ता कारी मोहम्मद यूसुफ अहमदी ने हमलों की जिम्मेदारी ली और कहा कि क्षेत्र में पुलिस ने लड़ाकों के समक्ष आत्मसमर्पण करने से मना कर दिया जिसके बाद लड़ाकों ने ये हमले किये। इबादी ने हालांकि कहा कि पुलिस द्वारा आत्मसमर्पण करने के बाद उन्हें मार डाला गया।
अमेरिका-तालिबान शांति समझौता शर्तों पर आधारित है: खलीलजाद
अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा है कि अमेरिका-तालिबान शांति समझौता शर्तों पर आधारित है और अमेरिका द्वारा उसका क्रियान्वयन आतंकवादी संगठन के ‘महज शब्दों पर नहीं’ बल्कि ‘आचरण’ पर निर्भर करेगा। दोहा में फरवरी में अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की योजना है और उसके बदले में आतंकवादी संगठन सुरक्षा गारंटी देगा।
इस करार के तहत अमेरिका 14 महीने में 12,000 सैनिकों को वापस बुलाएगा । तब से एक चौथाई सैनिक कम भी हो गये हैं। तालिबान ने वचन दिया है कि वह अलकायदा समेत अन्य संगठनों को अफगान जमीन का इस्तेमाल भर्ती, प्रशिक्षण, ऐसी गतिविधियों के लिए धन जुटाने के लिए नहीं करने देगा जो अमेरिका या उसके सहयोगियों के लिए खतरा पैदा करेगी।