इस्लामाबाद: पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की जेल में बंद नेता मरियम नवाज ने महिला कैदियों को पढ़ाने का आग्रह किया था जिसे जेल प्रशासन खारिज कर दिया है। शरीफ परिवार के अधिवक्ता ने इसकी जानकारी दी।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम भ्रष्टाचार के मामले में क्रमश: दस और सात साल के कारावास की सजा काट रहे हैं। लंदन में शरीफ परिवार के चार लग्जरी फ्लैट होने के मामले में सुनवाई करते हुए जवाबदेही अदालत ने छह जुलाई को दोनों को दोषी करार दिया था।
डॉन की खबरों में कहा गया है कि शरीफ परिवार के अधिवक्ताओं का दल जेल प्रशासन के साथ विचार विमर्श कर कल पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज और दामाद से जेल में मिला। अखबार ने कहा है कि अधिवक्ताओं के दल के अलावा पाकिस्तान बार काउंसिल के एक अधिकारी मोहम्मद औरंगजेब ने भी शरीफ के साथ कल जेल में मुलाकात की थी।
अखबार ने एक अधिवक्ता अमजद परवेज के हवाले से कहा है, ‘‘मरियम जेल में महिला कैदियों को पढाना चाहती थीं लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें बताया कि उन्हें अकेले में रखा गया है और इसलिए वह अन्य कैदियों से नहीं मिल सकती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बार बार आग्रह के बावजूद जेल प्रशासन ने उन्हें कलम और कागज मुहैया नहीं कराया है।
अधिवक्ता ने कहा कि मरियम ने जेल प्रशासन की उस पेशकश को ठुकरा दिया था जिसमें उनसे कहा गया था कि उन्हें सिहाला पुलिस कॉलेज के विश्राम गृह भेजा जाएगा जिसे एक उपजेल घोषित कर दिया गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि दोनो पिता पुत्री को जेल में चार समाचार पत्र दिया जाना चाहिए लेकिन उन्हें केवल एक ही दिया जा रहा है।