सिंगापुर। अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शानाहन ने अन्य देशों की प्रौद्योगिकी चुराने के चीन के प्रयासों और दक्षिण चीन सागर में चौकियां बनाने को लेकर उसकी कड़ी निंदा की तथा कहा कि बीजिंग के खराब बर्ताव का खात्मा होना चाहिए।
शानाहन ने अंतररराष्ट्रीय मंच पर अपने पहले बड़े संबोधन में चीन और उत्तर कोरिया की चेतावनियों की तीखे शब्दों में निंदा की और कहा कि अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध रहेगा और वहां स्थायित्व लाने के लिए लाखों डॉलर का निवेश करने को तैयार है।
यद्यपि उन्होंने अपने शुरुआती संबोधन में खासतौर पर चीन का नाम नहीं लिया, लेकिन क्षेत्र में विवादित द्वीप में उन्नत हथियार तंत्र स्थापित करने की चीन की गतिविधियों का उल्लेख कर यह स्पष्ट कर दिया कि उनका निशाना किस पर है। शानाहन ने संवाददताओं से कहा, ‘‘कोई भी देश हिंद-प्रशांत में प्रभुत्व कायम नहीं कर सकता और न ही करना चाहिए।’’