नई दिल्ली: अमेरिकी सेना के ऑपरेशन के दौरान आईएसआईएस चीफ अबु बकर के खात्मे के बाद अब अबु इब्राहिम अल कुरैशी ने अबु बकर की जगह आईएसआईएस की कमान संभाल ली है। हालांकि अबु बकर की मौत के बाद यह माना जाता था कि आईएसआईएस अब खत्म हो गया है लेकिन ऐसा नहीं है। फॉरेन अफेयर्स पत्रिका के एक लेख में इसका जिक्र किया गया है कि अबु बकर की मौत के बाद आईएस कमजोर जरूर हुआ है लेकिन इसका खात्मा नहीं हुआ है। मार्च 2019 में आईएस को तब गहरा झटका लगा था जब अमेरिका समर्थित कुर्द और अरब की सेना ने पूर्वी सीरिया के बागुज शहर में आईएस के आखिरी गढ़ पर कब्जा कर लिया था। इसके सात महीने बाद अमेरिकी सेना के साथ एक मुठभेड़ के दौरान अल-बगदादी ने खुद को गोली मार ली थी।
फॉरेन अफेयर्स पत्रिका के मुताबिक नवंबर में यूएस नेशनल काउंटरटेररिज्म सेंटर के कार्यवाहक निदेशक रसेल ट्रैवर्स ने कांग्रेस को बताया था कि पिछले वर्ष के दौरान आईएसआईएस ने कई अंतरराष्ट्रीय हमलों और प्रचार अभियानों को बेहद संगठित और समन्वित तरीके से अंजाम दिया जो उसकी बढ़ी हुई कनेक्टिविटी" का संकेत देता है। उन्होंने कहा कि यह समूह मजबूत बना हुआ है और कुछ क्षेत्रों में — विस्तार कर रहा है। हालांकि आईएस के नए चीफ के बैकग्राउंड के बारे में किसी को विस्तार से पता नहीं है। लेकिन आईएस को संगठित करने में वह पूरी तरह से जुटा है और उसमें इसे सफलता भी मिली है।