इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अफगानिस्तान में भारत के लिए किसी भूमिका को आज खारिज करते हुए चेतावनी दी कि भारत को युद्ध प्रभावित देश में उतारने की ट्रंप प्रशासन की इच्छा घातक होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गत अगस्त में अपनी दक्षिण एशिया नीति पेश की थी और भारत एवं अफगानिस्तान के साथ रणनीतिक साझोदारी बढ़ाने की प्रतिबद्धता जतायी थी। ट्रंप ने अफगानिस्तान में शांति एवं स्थिरता लाने के लिए भारत की भूमिका बढ़ाने की बात कही थी। अरब न्यूज ने अब्बासी के हवाले से कहा, हम नहीं मानते कि पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों में भारत को लाने से कुछ भी हल करने में मदद मिलेगी, विशेष रूप से अफगानिस्तान में जहां हम भारत के लिए कोई भूमिका नहीं देखते। भारत का अमेरिका के साथ एक संबंध है। वह उनके और अमेरिका के बीच है। ('अमेरिका को तीसरे वर्ल्ड वार की तरफ ले जा सकते हैं ट्रंप, हरकतें नौसिखिए जैसी')
उन्होंने सदी अरब के समाचार पत्र से साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में एक ऐसे समाधान के जरिए शांति चाहता है जो अफगानों का और अफगानों के नेतृत्व में हो। अब्बासी ने चेतावनी दी कि भारत को अफगानिस्तान में उतारने की अमेरिका की इच्छा घातक होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ किसी अन्य देश की तरह ही बराबर का संबंध या साझोदारी चाहता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के अपनी सेना एवं अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए अमेरिका पर निर्भर रहने के दिन समाप्त हो चुके हैं। दुनिया को आतंकवाद से मुकाबले में पाकिस्तान के प्रयासों की पहचान करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना में प्रमुख रूप से अमेरिकी हथियार प्रणालियां हैं लेकिन उसके पास चीनी और यूरोपीय प्रणालियां भी हैं और हाल में उसने रूसी हमलावर हेलीकाप्टर भी शामिल किये हैं।