वक्त-वक्त पर दुनिया पाकिस्तान में हिंदुओं पर जुल्म से बावस्ता होती रही है। इन्हीं ज़ोर ज़बर्दस्तियों और जुल्म की वजह से हर साल करीब पांच हज़ार हिंदू पाकिस्तान छोड़ देते हैं, जिनमें से बड़ी तादाद भारत का रुख करती है। आज हम आपको पाकिस्तान की उस काली करतूत के बारे में बताएंगे जिसे देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। पाकिस्तान में 500 हिंदूओं को जबरन एक साथ इस्लाम कबूल करवाया गया है। आखिर कहां 500 हिंदू एक साथ मुसलमान बने, और क्यों बने, कोई मजबूरी थी, या मर्जी थी, सच्चाई जानकर आपके लिए यकीन करना मुश्किल होगा। (डाटा लीक मामला: फेसबुक ने प्राइवेसी सेटिंग में किए बड़े बदलाव, यूजर्स को अब करना होगा ये काम )
सवाल ये है कि आखिर ये कौन सी जगह है, जहां हिंदुओं को मुसलमान बनने की मुबारकबाद दी गई। दरअसल, ये वीडियो दिल्ली से साढ़े नौ सौ किलोमीटर दूर का है, ये सही है लेकिन वीडियो हिंदुस्तान का नहीं है बल्कि पाकिस्तान का है जहां सिंध प्रांत के मातली में धर्म परिवर्तन कराया गया। देखिए, एक बड़े से शामियाने के अंदर भारी भीड़ जमा है। इस भीड़ में ये वो हिंदू हैं, जिन्हें मुसलमान बनाया जा रहा है, इन सबको मुसलमान बनाने के लिए लाया गया है। दूसरी ओर मंच पर कलमा पढ़ते हुए पीर मौजूद हैं और उनके सामने वो तमाम हिंदू खड़े हैं, जिन्हें मुसलमान बनाया जा रहा है पीरों ने कलमा पढ़ा और नीचे खड़े हिंदुओं ने उसे दोहराया और इस्लाम को कबूल किया।
धर्म परिवर्तन का ये प्रोग्राम सिंध प्रांत के मातली में हुआ, जहां 25 मार्च को 500 हिंदुओं को इस्लाम कबूल कराया गया। धर्म परिवर्तन का ये कार्यक्रम तमाम तैयारियों के साथ हुआ। इसके लिए बकायदा पर्चे बांटकर लोगों को बुलाया गया, एक बड़े से शामियाने में लोगों को इकट्ठा किया गया जिसमें महिलाएं और छोटे बच्चे भी शामिल थे। इनमें से ज्यादातर वो हिंदू बताए जा रहे हैं जिन्होंने पाकिस्तान में उन पर होने वाले जुल्मो-सितम से तंग आकर भारत में शरण ली थी, लेकिन भारत में लॉन्ग टर्म वीजा न मिलने की वजह से पाकिस्तान वापस जाना पड़ा है।
दावा किया जा रहा है कि ये सब हिंदू अपनी मर्जी से मुसलमान बनने के लिए आए हैं, लेकिन इनके चेहरों पर नजर डालने से ऐसा लगता नहीं है। इनके चेहरों पर डर और लाचारी की झलक साफ देखी जा सकती है। धर्म परिवर्तन के इस समारोह का आयोजन करने वाले लोग वीडियो बना रहे थे, और ये वीडियो भी उन्हीं में से एक है जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कलमा पढ़ते वक्त हिंदुओं के चेहरों पर खुशी नहीं। बल्कि किसी चीज़ का ख़ौफ़ है और मजबूरी के चलते इन्होंने अपने बच्चों और औरतों के साथ इस्लाम कबूल किया। वीडियो में महिलाएं नजर नहीं आई, क्योंकि उन्हें पर्दे में टेंट के पीछे बिठाया गया था।
धर्म परिवर्तन का आयोजन पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ की पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के पदाधिकारियों ने किया था। बताया जा रहा है कि इन्होंने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर तंडो गुलामअली, तंडो अलायार कस्बों में रहने वाले हिंदुओं पर दबाव बनाकर इस्लाम कबूल कराया है। मुशर्रफ की पार्टी के लोगों की मौजूदगी में मंच से पीरों ने कलमा पढ़ा...हिंदुओं से दोहराने के लिए कहा और सभी हिंदुओं ने कलमा दोहराया जिसके बाद उन्हें मुसलमान बनने की मुबारकबाद भी दी गई।