कराची: पाकिस्तान में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस से मरने वालों के लिए देश के सबसे बड़े शहर व सिंध प्रांत की राजधानी कराची में शहर प्रशासन ने पांच कब्रिस्तानों को रिजर्व किया है। अभी इन कब्रिस्तानों में इस बीमारी से मरने वालों को ही दफन किया जाएगा। सिंध और विशेष रूप से कराची, पाकिस्तान में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित स्थानों में शामिल हैं। बीते 24 घंटे में पाकिस्तान में इस बीमारी की चपेट में आकर जो पांच लोग मरे हैं, उनमें से दो की मौत कराची में हुई है। इसके अलावा बीते 24 घंटे में कराची में इस बीमारी के पांच और मामले सामने आए हैं।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि कराची के मेयर वसीम अख्तर की अध्यक्षता में नगर प्रशासन की बैठक में तय किया गया कि कोरोना वायरस से मरने वालों को शहर की पांच नामित कब्रिस्तानों में ही दफन किया जाए। बैठक में शहर के अलग-अलग इलाकों में स्थित इन कब्रिस्तानों के नाम तय किए गए।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से मरने वालों का अंतिम संस्कार या दफनाना भी एक चुनौती बना हुआ है। संक्रमण की आशंका के कारण इस मामले में सभी जगहों पर विशेष एहतियात बरती जा रही है। किसी मुस्लिम के मरने पर उसकी जनाजे की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ी जाती है लेकिन महामारी के कारण नमाजे जनाजा को आम दिनों की तरह सामूहिक रूप से नहीं पढ़कर चंद लोगों द्वारा ही एकांत में पढ़ा जा रहा है। शव को दफनाने से पहले पानी से इसे जिस तरह से साफ किया जाता है, उसके बारे में भी उलेमा ने एहतियाती तरीके बताए हैं।