ढाका: भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के प्रकाशन के बाद बीते 2 महीनों में 445 बांग्लादेशी घुसपैठिए वापस गए हैं। इस बारे में बताते हुए बांग्लादेशी अर्धसैनिक बल प्रमुख ने गुरुवार को कहा कि पिछले 2 महीनों में 445 बांग्लादेश नागरिक वापस अपने वतन को लौटे हैं। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद शफीनुल इस्लाम ने ढाका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में जानकारी दी। इस्लाम ने कहा, ‘करीब 1000 लोगों को 2019 में भारत से बांग्लादेश अवैध रूप से सीमापार करने पर गिरफ्तार किया गया था जिनमें से 445 नवंबर-दिसंबर में बांग्लादेश आए।’
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा उनकी पहचान सत्यापित किए जाने के बाद BGB को यह पता चला कि सभी घुसपैठिये बांग्लादेशी हैं। आपको बता दें कि इससे पहले बांग्लादेश ने भारत के साथ लगे सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मोबाइल नेटवर्क को बंद करने के अपने फैसला लिया था। बांग्लादेश टेलीकम्युनिकेशन रेग्युलेटरी कमीशन (BTRC) ने रविवार को करीब 2,000 बेस ट्रांसीवर स्टेशनों को बंद करने का निर्देश दिया था। माना जा रहा था कि एनआरसी और सीएए के बाद उपजी परिस्थितियों को देखते हुए यह फैसला लिया गया, लेकिन बाद में इसे दो दिन बाद ही वापस भी ले लिया।
हालांकि इसके पहले इस्लाम ने जानकारी दी थी कि भारत की तरफ से बांग्लादेश जाने के दौरान यात्रा दस्तावेजों की कमी के कारण 300 से ज्यादा बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है। BGB प्रमुख ने यह बात 49वें डीजी-स्तर के सीमा समन्वयक सम्मेलन में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के साथ एक ज्वाइंट रिकॉर्ड ऑफ डिस्कशन पर हस्ताक्षर के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कही थी। हालांकि ताजा बयान में संख्या थोड़ी बढ़ गई है।