नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना है कि वहां की 40 प्रतिशत जनसंख्या को भरपेट खाना नहीं मिलता है और कुपोषण की वजह से 40 प्रतिशत बच्चों का सही मानसिक और शारिरिक विकास नहीं हो रहा है। इमरान खान ने माना है कि उनके देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती फूड सिक्योरिटी है। गुरुवार को इस्लामाबाद में किसानों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इमरान खान ने यह कहा है।
इमरान खान ने यह भी माना कि खाने की जरूरत को पूरा करने के लिए पाकिस्तान को भारी मात्रा में विदेशों से गेहूं का आयात करना पड़ रहा है जिससे उनके देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी कम हो रहा है। इमरान खान ने कहा कि बच्चों को पाकिस्तान में पौष्टिक आहार नहीं मिल पा रहा है और 40 प्रतिशत बच्चों का सही तरीके से न तो मानसिक विकास हो रहा है और न ही शारीरिक।
इमरान खान ने किसानों को संबोधित करते हुए कि अगर आपके देश (पाकिस्तान) की 15-40 प्रतिशत जनसंख्या भूखी है तो लोग देश को चलने नहीं देंगे। इमरान खान ने इजरायल और चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि वे भी उनकी तरह पाकिस्तान की गरीबी तो दूर करने का प्रयास करेंगे।
इमरान खान ने यह भी माना कि पाकिस्तान में बच्चे अपनी जरूरत की मुख्य चीज दूध तक प्राप्त कर पा रहे और इसके पीछे की वजह पाकिस्तान में लगातार घटता दूथ उत्पादन है। इमरान खान ने पाकिस्तान में दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए विदेशों से अच्छी नस्ल का वीर्य आयात करने की बात कही है ताकि पाकिस्तान के दुधारू जानवरों की नस्ल को सुधारा जा सके।