इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने पिछले 5 सालों में कम से कम 298 भारतीयों को अपने यहां की नागरिकता प्रदान की है। यह दावा पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने किया है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, '2012 से 14 अप्रैल 2017 तक 298 प्रवासी भारतीयों को पाकिस्तान की नागरिकता दी गई है।' यह बयान सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद शेख रोहेल असगर की ओर से नेशनल असेंबली में इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में आया है।
पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, मंत्रालय के बयान में बताया गया है कि साल 2012 में 48 भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की नागरिकता दी गई। इसके अलावा 2013 में 75 और 2014 में 76 भारतीयों ने पाकिस्तानी नागरिकता हासिल की। साल 2015 में सिर्फ 15 भारतीयों को पाकिस्तानी नागरिकता दी गई, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 69 लोगों का था। 2017 में 14 अप्रैल तक 15 भारतीय प्रवासियों ने पाकिस्तान की नागरिकता ली है। मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा है कि पाकिस्तान हमेशा से एक ऐसा देश रहा है जहां नागरिकता पाना बेहद मुश्किल है लेकिन कई देशों के अनगिनत प्रवासी, जिनमें भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और बर्मा शामिल हैं, यहां रह रहे हैं।
गौरतलब है कि मार्च 2016 में पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने एक भारतीय महिला को पाकिस्तानी नागरिकता दी थी। इस महिला के पाकिस्तानी पति का कई साल पहले निधन हो चुका था। महिला ने साल 2008 में ही नागरिकता पाने के लिए आवेदन दिया था लेकिन मंत्रालय में उसका आवेदन तभी से लंबित था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला ने काफी समय पहले पाकिस्तानी शख्स से शादी की थी। पति की मौत के बाद महिला के सौतेले बेटे ने उसे कथित तौर पर संपत्ति से बेदखल कर दिया था।