कुआलालम्पुर: मलेशिया के एक धार्मिक स्कूल में आग लगने से आज 25 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से अधिकतर छात्र हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह देश में अभी तक हुई आगजनी की सबसे भीषण घटनाओं में से एक है। राजधानी कुआलालम्पुर के मध्य में स्थित ताहफिज दारूल कुरान इोफाकियाह नामक दो मंजिला इमारत में आग भोर से पहले लगी। दमकल कर्मी तुरंत ही मौके पर पहुंचे और करीब एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया लेकिन इससे पहले वहां भयानक तबाही मच चुकी थी। (अवैध उत्पादन या तस्करी वाले देशों में ट्रंप ने किया भारत को शामिल)
अग्निशमन एवं बचाव विभाग के निदेशक खीरुदीन द्रहमान ने एएफपी से कहा, इतने सारे लोगों के मारे जाने की बात समझा नहीं आती। उन्होंने कहा, मुझो लगता है कि पिछले 20 वर्षों में देश में हुई आगजनी की यह सबसे भीषण घटना है। उन्होंने हादसे में 23 छात्रों और दो वार्डन के मारे जाने की पुष्टि की है। आशंका है कि इन लोगों की मौत धुएं के कारण दम घुटने या आग में फंस जाने के कारण हुई।
द्रहमान ने कहा, हम आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार के संघीय प्रदेशों के उप मंत्री लोगा बाला मोहन ने कहा, हमारी संवेदनाएं पीड़तों के परिवार के साथ है। बीते कुछ सालों में हुई आगजनी की यह सबसे भीषण घटनाओं में से एक है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि अधिकारी तत्काल आग लगने के कारणों का पता लगाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।