ढाका: बांग्लादेश में कट्टरपंथी इस्लामी समूह के कार्यकर्ताओं ने एक मस्जिद में इबादत करने आए लोगों पर कथित तौर पर हमला कर दिया, जिसमें कम से कम 12 लोग घायल हो गए। मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार को देश के उत्तरी हिस्से में स्थित गाइबांधा जिले में हुई है। इस मामले में सुंदरगंज थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस इसकी जांच कर रही है। घटना में घायल हुए लोगों का जिले के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं, पुलिस ने कहा कि मस्जिद कमिटी के बीच मतभेदों के चलते यह घटना हुई है।
‘कार्यकर्तोओं ने इमाम का माइक छीन लिया’
बांग्लादेशी अखबार 'ढाका ट्रिब्यून' की खबर के मुताबिक, घटना गाइबांधा जिले की एक मस्जिद में हुई जब स्वयंभू हिफाजत-ए-इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने इमाम का माइक छीन लिया। इसके बाद कार्यकर्ता अपने संगठन के बारे में बोलने लगे। मस्जिद के इमाम मतलूब उद्दीन ने कहा कि जब नमाजियों ने दखल देने की कोशिश की तो हिफाजत-ए-इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला कर दिया। खबर के मुताबिक, हमले में कम से कम 12 लोग घायल हो गए। इस घटना को लेकर सुंदरगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। प्रभारी अधिकारी बुलबुल इस्लाम ने कहा, 'मस्जिद समिति के बीच मतभेदों के कारण यह घटना हुई।'
बांग्लादेश में लगा है एक सप्ताह का लॉकडाउन
प्रभारी अधिकारी ने कहा कि हमले को हिफाजत-ए-इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने अंजाम नहीं दिया है। बता दें कि बांग्लादेश में कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ने के लिए सोमवार से एक हफ्ते का राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा हुआ है। पिछले कुछ दिनों से वहां कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है और हालात बेकाबू होने की तरफ बढ़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे में सरकार ने निर्देश दिया है कि मस्जिदों समेत देश के धर्मस्थलों में इबादत से पहले और उसके बाद किसी तरह का जुटाव न किया जाए। सरकार ने इसके साथ ही कुछ गाइडलाइन भी बनाई थीं जिनका पालन करना अनिवार्य था।