सिंगापुर: दो दमदार हस्तियों अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच कल यहां होने वाली पहली ऐतिहासिक बैठक को कवर करने के लिए करीब तीन हजार अंतरराष्ट्रीय पत्रकार जुटे हैं। इस एशियाई घटनाक्रम के लिए पत्रकारों का सबसे बड़ा जमावड़ा जुटा है। इनकी संख्या दोनों कोरिया के बीच अप्रैल में हुई शिखर बैठक को कवर करने आए पत्रकारों की संख्या से भी कहीं ज्यादा है।
ताइवान की ईस्टर्न ब्राडकास्टिंग कंपनी लि. के पीटर वांग ने कहा, ‘‘दोनों नेता बहुत दिलचस्प शख्सियत हैं और अपनी मर्जी के मुताबिक बोलते हैं जिससे यह टेलीविजन कवरेज के लिए बहुत अच्छी सामग्री बन जाती है।’’ वांग ने कहा कि कल की शिखर बैठक का सफलतापूर्वक सम्पन्न होना प्रशांत क्षेत्र के लिए अच्छा होगा। यह दोनों कोरिया के साथ साथ अमेरिका एवं उत्तर कोरिया के बीच तनाव को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
के के न्यूज का मुख्यालय सोल में है। के के न्यूज के प्रबंध सम्पादक ओलिवर होथम ने कहा कि किम ने अब उदार छवि बनानी शुरू की है। किम चाहते हैं कि परमाणु कार्यक्रम समाप्त करने के बदले में उत्तर कोरिया से अमेरिकी प्रतिबंध उठाये जाएं तथा आर्थिक विकास सहयोग मुहैया कराया जाए।
ट्रंप-किम के ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन में सुरक्षा व्यवस्था का गोरखा कनेक्शन भी इसका भारत और नेपाल से रिश्ता जोड़ता है। बता दें कि भारत में गोरखा रेजिमेंट है और गोरखा लोग नेपाल के मूल निवासी हैं। सिंगापुर में भूरे रंग की टोपी में तैनात गोरखा टुकड़ी बैठक स्थल समेत सड़कों और होटलों की सुरक्षा देख रही है। गोरखा जवानों को सिंगापुर में खास मौकों पर जिम्मेदारी सौंपी जाती है। हालांकि ट्रंप और किम के निजी सुरक्षाकर्मी भी यहां तैनात रहेंगे।