दुबईः यमन के हूतियों ने इस बार सीधे संयुक्त राष्ट्र को चुनौती दी है। हूती विद्रोहियों ने संयुक्त राष्ट्र की टीम के 9 कर्मचारियों पर हमला करने के बाद उन्हें बंधक बना लिया है। बता दें कि गाजा पर इजरायली हमले के विरोध में उतरे हूतिये लाल सागर में लगातार आतंक का पर्याय बने हैं और वह विभिन्न देशों की जहाजों को निशाना बना रहे हैं। इसी कड़ी में अब बढ़ते वित्तीय दबाव और अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन से हवाई हमलों का सामना कर रहे हूती विद्रोहियों ने संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के कम से कम नौ यमनी कर्मचारियों को अस्पष्ट परिस्थितियों में बंधक बना लिया है।
अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी तो संयुक्त राष्ट्र तक खलबली मच गई। अधिकारियों ने कहा कि सहायता समूहों के लिए काम करने वाले अन्य लोगों को भी बंधक बनाए जाने की आशंका है। ये घटना ऐसे समय हुई है जब हूती विद्रोहियों ने लगभग एक दशक पहले यमन की राजधानी पर कब्जा कर लिया था और उसके बाद से ही सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ लड़ रहे हैं। हूती विद्रोहियों ने गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध को लेकर लाल सागर गलियारे में जहाजों को निशाना बनाया है।
अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं हूतिये
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालांकि अधिक ध्यान आकर्षित करने के साथ-साथ इस गुप्त समूह ने घरेलू स्तर पर असहमति के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिसमें हाल ही में 44 लोगों को मौत की सजा सुनाना भी शामिल है। क्षेत्रीय अधिकारियों ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर एसोसिएटेड प्रेस से कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों में काम करने वाले कर्मचारियों को बंधक बनाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार एजेंसी, इसके विकास कार्यक्रम, विश्व खाद्य कार्यक्रम के कर्मचारी तथा इसके विशेष दूत के कार्यालय में काम करने वाला एक व्यक्ति शामिल है। बंधक बनाए एक कर्मचारी की पत्नी को भी विद्रोहियों ने पकड़ रखा है। संयुक्त राष्ट्र ने इस पर तत्काल टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। (एपी)