यरुशलम: यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में फिर से अपना आतंक दिखाना शुरू कर दिया है। वह समुद्र से गुजरने वाली जहाजों को मिसाइल हमलों से निशाना बना रहे हैं। ताजा मामले में हूतियों द्वारा दागी गईं मिसाइलें शुक्रवार को लाल सागर से गुजर रहे एक जहाज से कुछ दूरी पर गिरीं। हालांकि इस हमले में जहाज बाल-बाल बच गया। एक निजी सुरक्षा फर्म ने यह जानकारी दी। कुछ समय तक विराम के बाद अब फिर से हूती विद्रोहियों ने हमले तेज कर दिए हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संगठनों की चिंताएं फिर से बढ़ गई हैं।
बता दें कि गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध के दौरान क्षेत्र में नौवहन मार्ग पर हूती विद्रोहियों ने हमलों की शुरुआत की थी। निजी सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा कि हमले में तीन मिसाइलें दागी गईं, जो पनामा-का ध्वज लगे एक टैंकर के करीब गिरीं। यह टैंकर सेशेल्स में पंजीकृत है। एंब्रे ने कहा कि जहाज ‘प्रिमोर्स्क’ रूस से भारत में गुजरात के वाडिनार की ओर जा रहा था। जहाज-ट्रैकिंग डेटा के अनुसार यह घटना उस वक्त की है जब ‘एंड्रोमेडा स्टार’ नामक एक टैंकर जहाज मोचा के पास जलमार्ग से गुजर रहा था।
हूतियों ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
हूती ने मिसाइल दागने की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पूर्व में इस तरह के हमलों में समूह की संलिप्तता रही है। ब्रिटिश सेना के ‘यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस सेंटर’ ने भी मोचा के पास हमले की सूचना दी। हाल के हफ्तों में हूती के हमलों में कमी आई थी क्योंकि यमन में अमेरिकी नेतृत्व वाले हवाई हमले में विद्रोहियों को निशाना बनाया गया। खतरे के कारण लाल सागर और अदन की खाड़ी से जहाजों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है। (एपी)
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