गाजा पर ताबड़तोड़ पलटवार कर रहे इजरायल को ईरान और हिजबुल्ला की ओर से लगातार धमकियां मिल रही हैं। ईरान और हिजबुल्ला ने खुले तौर पर कह दिया है कि इस्लाम के धैर्य की इजरायल परीक्षा न ले, अन्यथा वह तबाह हो जाएगा। ईरान कई बार इजरायल को धमकी दे चुका है कि हिजबुल्ला युद्ध में हमास की तरफ से उतरा तो नेतन्याहू को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं हिजबुल्ला ने भी गाजा पट्टी पर हमले नहीं रोकने पर इजरायल पर हमले के लिए मजबूर होने की बात कही है। बता दें कि लेबनान स्थित हिजबुल्ला इस्लामिक संगठन को ईरान का समर्थन प्राप्त है। यह भी हमास जैसा ही इस्लामिक संगठन है। जानकार कहते हैं कि अब जल्द ही इजरायल और लेबनान में युद्ध शुरू हो सकता है। इसके बाद ईरान भी जंग में कूद सकता है। युद्ध की आशंका को भांपते हुए इजरायल ने अपनी तैयारी तेज कर दी है।
मंगलवार को इजरायल की सेना (आइडीएफ) ने हिजबुल्ला के खात्मे का ड्रिल भी किया। इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्ला के सभी ठिकानों को नष्ट करने और फिर उसे कब्जे में लेने का मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। जाहिर है कि इजरायल अब किसी भी धमकी के आगे झुकने वाला नहीं है। वह गाजा पर आखिरी वार कर रहा है। इजरायली सेना गाजा में तबाही मचा चुकी है। गाजा की सभी प्रमुख इमारतों को वायुसेना ने खंडहर बना दिया है। अब इजरायली थल सेना भी गाजा पट्टी में घुस चुकी है। थल सेना हमास आतंकियों को चुन-चुन कर मारने का काम शुरू कर चुकी है। साथ ही इजरायली सेना के गाजा में हवाई हमले भी भयावह रूप से जारी हैं।
तीसरे विश्वयुद्ध का बढ़ता खतरा
गाजा पट्टी पर इजरायल के हमले नहीं रुकने की स्थिति में ईरान और लेबनान भी जल्द जंग में कूद सकते हैं। लेबनान का हिजबुल्ला और ईरान इसकी पूरी तैयारी भी कर चुके हैं। इसके अलावा इजरायल के गाजा पर भीषण हमले का अन्य इस्लामिक और अरब राष्ट्रों में भारी विरोध हो रहा है। इस्लामिक राष्ट्र इस मसले पर सामूहिक बैठक भी कर चुके हैं। सभी ने एक स्वर में गाजा में निर्दोष फिलिस्तीनियों की हत्या और इजरायल के गाजा पट्टी में हमले की कड़ी निंदा की है। मगर इजरायल की बमबामरी और कार्रवाई जारी है। इससे अन्य देशों के साथ इजरायल का युद्ध छिड़ सकता है। इधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने रक्षामंत्री को इजरायल भेजने के बाद अब खुद जल्द ही प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मिलने पहुंच सकते हैं। यह सब संकेत तीसरे विश्व युद्ध की घंटी बजा रहे हैं। क्योंकि इधर रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले से ही दुनिया दो ध्रुवों में बंट चुकी है।
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