मॉस्को: रूस की राजधानी मॉस्को में स्थित राष्ट्रपति कार्यालय 'क्रेमलिन' में मंगलवार को आयोजित एक भव्य समारोह में व्लादिमीर पुतिन ने देश के राष्ट्रपति के रूप में अपना पांचवां कार्यकाल शुरू किया। पुतिन ने अपने राजनीतिक विरोधियों को परास्त करने के अलावा यूक्रेन में विनाशकारी युद्ध की शुरुआत के साथ ही खुद को और अधिक शक्तिशाली साबित किया है। पुतिन अब अगले छह वर्षों तक देश के राष्ट्रपति पद पर रहेंगे।
2030 तक रहेगा पुतिन का नया कार्य काल
बीते करीब 25 वर्षों से देश की सत्ता पर काबिज पुतिन, जोसेफ स्टालिन के बाद राष्ट्रपति के पद पर सबसे लंबे समय तक रहने वाले रूस के पहले नेता बन गए हैं। पुतिन का नया कार्यकाल 2030 तक जारी रहेगा और इसके बाद वह राष्ट्रपति के अगले कार्यकाल की दावेदारी के लिए संवैधानिक रूप से एक बार फिर से पात्र बन जाएंगे।
पुतिन ने रूस को आर्थिक रूप से बनाया सशक्त
ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस के अंदर आयोजित समारोह में पुतिन ने रूसी संविधान पर अपना हाथ रखा और इसकी रक्षा करने की कसम खाई। इस दौरान चुनिंदा गणमान्य हस्तियां वहां मौजूद थीं। 1999 में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन का उत्तराधिकारी बनने के बाद से पुतिन ने रूस को आर्थिक पतन से उबारते हुए एक ऐसे देश के रूप में तब्दील कर दिया है, जिसे पश्चिम देश वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा मानते हैं। अब देखना यह है कि 71 वर्षीय पुतिन अगले छह वर्षों के दौरान देश और विदेश दोनों मोर्चों पर रूस को कहां लेकर जाएंगे।
पुतिन ने जताया लोगों का आभार
व्लादिमीर पुतिन ने रूसी लोगों के प्रति उन पर भरोसा जताने के लिए आभार जताया। पुतिन ने अपनी शक्ति के भीतर वो सबकुछ करने की कसम खाई जो वह देश के लिए कर सकते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने लोगों से कहा कि यह एकजुटता का समय है। पुतिन ने कहा कि हम साथ मिलकर सभी बाधाओं को दूर करेंगे। अपनी सभी योजनाओं को साकार कर एक साथ मिलकर जीत हासिल करेंगे। (एपी)
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