Haiti News: हैती में हिंसा का तांडव जारी है। इस कैरेबियाई देश में गृहयुद्ध के हालात बने हुए हैं। हालात बिगड़ने की स्थिति में हैती के प्रधानमंत्री एरियल हेनरी ने त्यागपत्र दे दिया है। कैरेबियाई देश हैती में हिंसा और लूटपाट के बाद उन्होंने अपने पद से यह इस्तीफा दिया है। प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय देशों की आपातकालीन बैठक की। इस बैठक के बाद इस्तीफा देने की घोषणा की और देश में शांति व्यवस्था सुचारू बनाए रखने की गुहार की। इस समय हैती गृहयुद्ध की विभीषिका से जूझ रहा है। गृहयुद्ध के कारण लगातार हालत बिगड़ते जा रहे हैं। सशस्त्र गिरोह ने देश की राजधानी पर कब्जा कर लिया है।
हालांकि नई सरकार के गठन तक हेनरी अपने पद पर यानी कार्यवाहक पीएम बने रहेंगे। हेनरी ने एक संदेश में कहा कि उनकी सरकार एक संक्रमणकालीन परिषद की स्थापना के बाद सत्ता छोड़ देगी। हैती को शांति और स्थिरता की दरकार है। हैती के पीएम सलाहकार जीन जूनियर जोसेफ के अनुसार, नई अंतरिम सरकार के गठन तक हेनरी पीएम की भूमिका निभाएंगे।
हैती में हिंसा का तांडव जारी, 3.62 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित
कैरिबियाई देश हैती में गृह युद्ध से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। देश में फैली हिंसा के कारण 3,62,000 हैती वासियों को विस्थापित होना पड़ा। हेनरी पिछले सप्ताह देश में शांति बहाल करने के उद्देश्य से केन्या में समझौता करने पहुंचे थे। पोर्ट-ऑ-प्रिंस में हवाई अड्डे के आसपास सुरक्षा स्थिति खराब हो चुकी थी। वे पिछले एक सप्ताह से अमेरिका में हैं।
अमेरिका ने बुला लिए हैती से अपने कर्मचारी
उधर, कैरेबियाई देश हैती में हिंसा का तांडव के बीच अमेरिका ने अपने दूतावास से कई कर्मचारियों को वापस बुला लिया है। हैती गृहयुद्ध की चपेट में है। ऐसे में बढ़ती हिंसा और इमरजेंसी के हालात में अमेरिकी सेना ने अपने दूतावास से कई कर्मचारियों को वापस बुला लिया है।
जेल तोड़ने की रची थी साजिश
इससे पहले इसी महीने सशस्त्र गिरोह ने हैती के दो सबसे बड़े जेलों में जेल तोड़ने की साजिश रची थी। जिस वजह से हजारों की संख्या में कैदी जेल से फरार हो गए। सशस्त्र गिरोह ने इस दौरान अपने प्रधानमंत्री एरियल हेनरी के इस्तीफे की मांग भी की। हैती के पीएम देश छोड़कर भाग गए हैं और वे संयुक्त राष्ट्र समर्थित सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगा रहे हैं।
हैती की राजधानी पर सशस्त्र गिरोह का कब्जा
कैरिबियाई देश हैती में गृह युद्ध की हिंसा की आग में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। देश में फैली इस हिंसा के कारण 3,62,000 हैती वासियों को विस्थापित होना पड़ा। सशस्त्र गिरोह देश की राजधानी पर कब्जा कर चुके हैं। वे राष्ट्रपति भवन समेत कई सरकारी इमारतों को निशाना बना रहे हैं। सड़कों पर गोलियां चल रही है। सशस्त्र गिरोह दुकानों और घरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं, जिसके बाद हैती में 72 घंटों के लिए आपातकाल लगा दिया गया है।