ऋषि सुनक भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं, जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं. महंगाई से त्रस्त ब्रिटेन महज डेढ़ महीने में नया प्रधानमंत्री चुना है. ऋषि सुनक की कैसी रहेगी राह, यह बड़ा सवाल है?
पहले समझिए ऋषि सुनक कौन हैं?
1. 28 अक्टूबर को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.
2. ऋषि के दादा आजादी से पहले पंजाब जो अब पाकिस्तान में है, वहां से हैं. इनके पिता का जन्म केन्या और मां तंजानिया से हैं.
3.ऋषि ने फिलोसॉफी, इकॉनोमिक्स से पढ़ाई करने के बाद एमबीए भी किया है.
4. साल 2015 में पहली बार यूके की संसद में पहुंचे थे. साल 2019 में बोरिस सरकार में ब्रिटेन के वित्त मंत्री .
5. कृष्ण भक्त ऋषि सुनक की पत्नी इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता हैं. इनकी कृष्णा और अनुष्का दो बेटियां हैं.
पीएम पद का 'कांटों का ताज'
1. आर्थिक संकट-मुद्रास्फीति 10 प्रतिशत से अधिक है, यानी महंगाई डायन ब्रिटेन की जनता को खाए जा रही है. इतिहास में पहली बार, रॉयल कॉलेज ऑफ नर्सिंग अपने सदस्यों द्वारा औद्योगिक कार्रवाई की बात कर रहा है. नेशनल हेल्थ सर्विस की भी हालत बुरी है. कई विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर चले गये हैं. कुलमिलाकर कहें कि अपनी जनता को आश्वस्त करना होगा कि आने वाले समय में महंगाई पर कंट्रोल के साथ आर्थिक अस्थिरता नहीं होगी.
2. पार्टी में गुटबाजी को कंट्रोल करना
करीब 12 साल से सत्ता में रहने की वजह से कंजर्वेटिव पार्टी में गुटबाजी स्वभाविक है. सियासी भीतरी कलह कई बार सामने दिख भी जाती है. करीब 60 मंत्रियों का बोरिस जॉनसन के नेतृत्व पर अविश्वास हो गया था जिसकी वजह से उन्हें जुलाई में इस्तीफा देना पड़ा. यूं देखें तो 2016 के बाद से डेविड कैमरन, थेरेसा मे, जॉनसन और लिज़ ट्रस के बाद ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. पश्चिमी मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पार्टी में बोरिस जॉनसन का गुट सुनक की भूमिका को विश्वासघात के रूप में देखता है. ऐसे में इस महत्वपूर्ण गुट को साधे रखना भी बड़ी चुनौति है.
3. यूक्रेन की मदद कैसे करेंगे?
ब्रिटेन खुद आर्थिक अस्थिरता से जूझ रहा है. ऐसे में अमेरिका के बाद सर्वाधिक मदद करीब दो बिलियन पाउंड से अधिक यूक्रेन की कर रहा है. अब ऐसे हालात में सुनक के सामने यह सबसे बड़ी चुनौति है कि कैसे वह यह मदद जारी रखें. दूसरी चीन को घरेलू और दुनिया के लिए खतरनाक बताने वाले सुनक कैसे उसे संभालेंगे?
लिज़ ट्रस की बड़ी गलतियां, जिसकी वजह से पीएम पद छोड़ना पड़ा
1. लिज ट्रस ने पिछले 23 सितंबर को मिनी बजट पेश किया. दो प्रस्तावों ने कोढ़ में खाज का काम किया. पहला-अमीरों का इनकम टैक्स घटाकर 40 प्रतिशत. दूसरा-कंपनियों के टैक्स को अगले साल से बढ़ाने पर रोक.
2. लोकप्रिय छवि बनाने की जल्दबाजी- लोकप्रियता के चक्कर में उपरोक्त बजट पेश करते ही सवाल उठा कि इन प्रस्तावों की वजह से करीब 45 अरब पाउंड की जरूरत होगी वह पैसा कहां से आएगा. सरकार के पास कोई ठोस जवाब नहीं. दरअसल सरकारें बॉन्ड बेचकर कर्ज लेती है. इस वजह से कर्ज लेना पड़ा. इससे बॉन्ड पर ब्याज का दर बढ़ गया. बैंक ऑफ इंग्लैंड ने बॉन्ड खरीदने की स्कीम चलाकर बाजार की स्थिति को संभालने की कोशिश की.
3. ऋषि सुनक को अपने पाले में ना लाना- 40 साल के रिकॉर्ड महंगाई स्तर ब्रिटेन के लोगों को त्रस्त कर रखा है. ऋषि सुनक को हराने के चक्कर में ट्रस लगातार लोकलुभाव वादे करती गईं, यूं कहें कि सपने बेंचती गयीं. वही गले की फांस साबित हो गये. जैसे ही अपने निर्णय से लिज़ पलटने लगीं लोगों ने इसे वादाखिलाफी कहा. चुनाव जीतने के बाद ऋषि को लिज़ साध नहीं पायीं. या अपने पाले में नहीं लायीं. जिसकी वजह से ऋषि पर्दे के पीछे से अपनी चाल चलते रहे और परिणाम आज पीएम पद का ताज उनके पास.
गर्व: दुनिया में डंका बजाने वाले भारतीय मूल के टॉप लीडर्स
1. ऋषि सुनकः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं.
2. कमला हैरिस: अमेरिकी की उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला. हैरिस की जड़ें भारत के तमिलनाडु राज्य से जुड़ी हैं. उनकी मां श्यामला गोपालन का जन्म तमिलनाडु में हुआ था. पिता जमैका-अमेरिकी मूल के थे.
3. चंद्रिकाप्रसाद 'चान' संतोखी : सूरीनाम के राष्ट्रपति. इनके दादा बिहार से मजदूर के रूप में वहां गये थे. संतोखी ने राष्ट्रपति बनने की शपथ हाथ में वेदों लेकर संस्कृत श्लोकों को पढ़ते हुए ली थी. इनकी पत्नी कविता सीनाचेरी हैं और दोनों की शादी हिन्दू रीति-रिवाज से हुई.
4. भरत जगदेव: गुयाना के उपराष्ट्रपति हैं. इनके दादा उत्तर प्रदेश के अमेठी के रहने वाले थे.
5. प्रविंद जगन्नाथ: मॉरिशस के प्रधानमंत्री हैं. इनका जन्म भी भारतीय मूल के हिंदू परिवार में हुआ है.
6. पृथ्वीराजसिंह रूपन: मॉरिशस के राष्ट्रपति. इनका जन्म भी एक भारतीय आर्य समाजी हिंदू परिवार में हुआ था.