दक्षिण अमेरिका के पेरू में इमरजेंसी लगा दी गई है। पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी के बाद देश के कोने-कोने से हिंसक झड़प की खबरें सामने आ रही हैं। पेरू के रक्षा मंत्री ने हालात को देखते हुए यह फैसला लिया है। सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी फिर से चुनाव कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। जानकारी के मुताबिक देश में 30 दिनों तक इमरजेंसी लागू रहेगी। पुलिस प्रदर्शनकारियों को पकड़कर गिरफ्तार कर रही है। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है कि बढ़ती हिंसा को देखते हुए दो मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
शिक्षा मंत्री और संस्कृत मंत्री ने दिया इस्तीफा
मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षा मंत्री पेट्रीसिया कोरिया और संस्कृत मंत्री जेयर पेरेज ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. इस बात की जानकारी खुद शिक्षा मंत्री ने ट्विटर पर दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'आज हमने सुबह ही इस्तीफा सौंप दिया है। हमारे देशवासियों की मौत का कोई औचित्य नहीं है। राज्य में हिंसा अनुपातहीन नहीं हो सकती है और मृत्यु का कारण नहीं बन सकती है'। देश के राष्ट्रपति को 8 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 18 महीने के लिए जेल भेज दिया गया है। राष्ट्रपति के ऊपर देश में हिंसा भड़काने का आरोप है। अब जब तक केस चलेगा तब तक हिरासत में रखा जाएगा।
8 लोगों की गई जान
राष्ट्रपति के जेल जाते ही देश में हिंसा की आग लगभग सभी प्रांतों में पहुंच गई है। पेड्रो कैस्टिलो के समर्थक सड़कों पर उतरकर इसका भारी विरोध कर रहे हैं। अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं कई करोड़ रुपये का नुकसान भी अबतक हो गया है।