Highlights
- ट्रकों और अन्य वाहनों की चल रही हड़ताल समाप्त हो गई है
- वाहन दक्षिणी अल्बर्टा के कस्बे से चलने लगे हैं
- ओटावा के पुलिस प्रमुख पीटर स्लोली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है
अमेरिका से लगती कनाडा की सीमा के मोंटाना मार्ग पर पिछले दो हफ्तों से ट्रकों और अन्य वाहनों की चल रही हड़ताल समाप्त हो गई है और वाहन दक्षिणी अल्बर्टा के कस्बे से चलने लगे हैं। वहीं, ठीक से मामले से नहीं निपटने के लिए आलोचना का सामना कर रहे ओटावा के पुलिस प्रमुख पीटर स्लोली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह दोनों घटनाएं प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा गतिरोध को समाप्त करने के लिए आपात शक्तियों का इस्तेमाल करने के एक दिन बाद हुई हैं।
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने अनिवार्य कोविड-19 टीकाकरण और वृहद स्वास्थ्य पाबंदियों के खिलाफ 29 जनवरी से अलबर्टा के कुट्स स्थित अमेरिका जाने के रास्ते को बाधित कर दिया था। कुछ दिन पहले ही रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने सीमा पर 13 लोगों को गिरफ्तार किया था और बंदूक और गोला-बारूद का जखीरा पकड़ा था।
अमेरिका स्थित एक हिंदू संगठन ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो से शांतिपूर्ण रूप से विरोध प्रदर्शन करने के लोगों के अधिकार का सम्मान करने का आग्रह किया है। ‘हिंदूपैक्ट’ नामक संगठन के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती ने कहा, ‘कनाडा में विरोध प्रदर्शनों और उन्हें दबाने के लिए अपनाए जा रहे कठोर तौर-तरीकों एवं कदमों के बारे में आ रही खबरों को लेकर मुझे खेद है। वहां स्थिति बेहद चिंताजनक है और हम सभी अपने परिवारों और दोस्तों के लिए बहुत चिंतित हैं।’
हिंदूपैक्ट ने एक बयान जारी कर ट्रूडो से शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने के कनाडा के लोगों के अधिकार का सम्मान करने का आग्रह किया है। हिंदू संगठन ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अधिकार किसी भी लोकतंत्र में मौलिक अधिकार है। कनाडा में असंतोष की आवाज को दबाने के लिए एक आपातकालीन आदेश की घोषणा एक दुखद उदाहरण है। ‘हिंदूपैक्ट’ ने ट्रुडो और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता जगमीत सिंह से भी आग्रह किया कि वे ‘‘स्वास्तिक’’ की तुलना नाजी प्रतीक ‘‘हकेनक्रेज’’ से न करें।
स्वास्तिक हिंदुओं, बौद्ध अनुयायियों, सिखों और दुनिया भर के कई अन्य समुदायों के लिए एक प्राचीन और शुभ प्रतीक माना जाता है। ट्रुडो और जगमीत सिंह दोनों ने हाल के दिनों में प्रदर्शनकारियों पर ‘‘स्वस्तिक लहराने’’ का आरोप लगाते हुए बयान दिए थे। उत्सव चक्रवर्ती ने कहा, ‘हमारा मानना है कि इस गलत बयानबाजी से हिंदुओं और सिखों के खिलाफ नफरत की भावना पैदा होगी। पिछले एक महीने में ही कनाडा में छह हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और लूटपाट की गई।’