Sudan: सूडान में सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष ने खतरनाक रूप ले लिया है। यहां फंसे भारतीयों को लेकर भारतीय विदेश मंत्री भी चिंतित हैं। उन्होंने इसके लिए अमेरिका और अन्य देशों से भी चर्चा की है। इस हिंसा में अब तक 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, वहीं 2000 से ज्यादा लोग गंभीर घायल हुए हैं। यह हिंसा 15 अप्रैल को शुरू हुई थी। सैन्य संघर्ष के बीच शुक्रवार 21 अप्रैल से मानवीय आधार पर 72 घंटे के सीजफायर का ऐलान कर दिया गया है। ये फैसला ईद की वजह से लिया गया।
सूडान की राजधानी खार्तूम दोनों सेना की तरफ से हो रहे भारी बमबारी और गोलीबारी से हिल चुकी है। हालांकि, 3 दिन के सीजफायर को लेकर अब तक देश की रेगुलर आर्मी के तरफ से कोई भी टिप्पणी नहीं की गई। सूडान के आर्मी प्रमुख जनरल अब्देल फतह अल.बुरहान ने सेना के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक पूर्व रिकॉर्डेड भाषण में संघर्ष विराम का जिक्र नहीं किया है।
सेना और रैपिड एक्शन फोर्स में है सैन्य संघर्ष
सूडान के अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमारे बीच चल रही लड़ाई के बीच ईद का पर्व आ रहा है। इस दौरान नागरिकों को पर्व मनाने के लिए और अपने परिवार वालों को बधाई देने का मौका देना चाहिए। रैपिड एक्शन फोर्स और सेना के बीच लड़ाई शनिवार को शुरू हो गई थी। सूडान में दो साल के बाद तख्तापलट हुआ है। इसके बाद अपनी पकड़ बनाने के लिए सेना और रेगुलर आर्मी के बीच लड़ाई अपने चरम सीमा पर पहुंच चुकी है।