Highlights
- एमडी-82 विमान से जुड़ी सबसे घातक विमान दुर्घटना थी
- 300 फीट प्रति सेकेंड की भयानक रफ्तार से जमीन पर गिरा था
- वेनेज़ुएला के इतिहास में सबसे दर्दनाक विमान दुर्घटना थी
Airplane Crashes: इतिहास में भयानक विमान दुर्घटनाएं हुए हैं। कभी आतंकी साजिश तो कभी विमानों में गड़बड़ी हर बार सैकड़ों यात्रियों को कीमत चुकानी पड़ी है। ऐसा ही एक वाकया 2005 में हुआ था, जिसे लेकर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है। 18 साल पहले आज ही के दिन एक विमान हादसे का शिकार हुआ था जिसमें सवार सभी लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा कितना भयानक था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह विमान 300 फीट प्रति सेकेंड की भयानक रफ्तार से जमीन पर गिरा था। मैकडॉनेल डगलस एमडी -82 में सवार 160 यात्रियों और चालक दल के बचने की कोई संभावना नहीं थी क्योंकि विमान केवल तीन मिनट में 33,000 फीट की ऊंचाई से जमीन पर गिर गया था। वर्ष 2005 की शुरुआत 16 अगस्त को फ्लाइट 708 के दुर्घटनाग्रस्त होने के साथ हुई थी। यह वेनेज़ुएला में माचिक्स के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बीती रात विमान पनामा से फ्रांसीसी कैरेबियाई द्वीप मार्टीनिक जा रहा था। दुर्घटना दुखद थी लेकिन इसने उस वर्ष तीन गंभीर रिकॉर्ड बनाए। यह उस वर्ष की सबसे घातक विमान दुर्घटना थी। वेनेज़ुएला के इतिहास में सबसे दर्दनाक और एमडी-82 विमान से जुड़ी सबसे घातक विमान दुर्घटना थी।
विमान क्षमता से अधिक ऊंचाई पर पहुंच गया
माना जा रहा था कि पायलटों ने अपने वजन के कारण विमान को बहुत ऊंचा उड़ा दिया था। जांचकर्ताओं का कहना है कि इसे 31,900 फीट से ऊपर नहीं उड़ाया जाना चाहिए था लेकिन वे वास्तव में इसे 33,000 फीट तक ले गया था। प्लेन बहुत ऊंचाई पर होने के कारण इसकी गति कम होती जा रही थी और समय पर आवश्यक कदम न उठाने के कारण विमान तेजी से नीचे आया। स्थानीय समयानुसार 2:31 बजे जमीन पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
सुरक्षा के लिहाज से कंपनी का रिकॉर्ड खराब रहा
विमान में सवार अधिकांश लोग फ्रांसीसी नागरिक थे जबकि एक इतालवी और चालक दल के आठ सदस्य कोलंबियाई थे। यह पाया गया कि एयरलाइन वेस्ट कैरेबियन एयरवेज दुर्घटना से पहले समस्याओं से पीड़ित थी और सुरक्षा के मामले में उसका रिकॉर्ड बहुत खराब था। कुछ दिन पहले मई में 19 यात्रियों को लेकर तारा एयर का एक विमान दो दिन पहले नेपाल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दौरान विमान में सवार सभी 19 यात्रियों और चालक दल के दो सदस्यों की मौत हो गई। प्रारंभिक जांच के अनुसार हादसे का कारण खराब मौसम बताया जा रहा है।