
बेरूत: सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के पतन के बाद रासायनिक हथियारों के बेलगाम होने का खतरा बढ़ गया है। अब ये और अधिक गलत हाथों में जा सकते हैं। ये रासायनिक हथियार मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं। ऐसे में इस पर नजर रखने वाली वैश्विक निगरानी संस्था भी चिंतित हो गई है। लिहाजा इस संस्था का एक प्रतिनिधिमंडल पहली बार शनिवार को दमिश्क पहुंचा और उसने यहां के नये नेताओं से मुलाकात की।
रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडबल्यू) को इस बारे में सूबत मिले हैं कि सीरिया में 14 साल तक चले गृहयुद्ध में असद सरकार ने बार-बार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया था। ओपीसीडब्ल्यू के महानिदेशक फर्नांडो एरियस ने एक बयान में कहा, ‘‘सीरिया के नये नेताओं के साथ लंबी वार्ता हुई और यह सार्थक थी।’’ उन्होंने कहा कि यह यात्रा यहां के पूर्व अधिकारियों के साथ 11 वर्षों के गतिरोध के बाद ओपीसीडब्ल्यू और सीरिया के बीच कामकाजी संबंध को बहाल करने की दिशा में पहला कदम है। (भाषा)
सीरिया में बिगड़ चुके हैं हालात
सीरिया में बशर अल-असद के शासन के पतन के बाद हालात बद से बदतर हो चुके हैं। अब यहां सशस्त्र समूहों का कब्जा है। ऐसे में सीरियाई रासायनिक हथियारों के उनके हाथों में जाने की आशंका बढ़ गई है। अगर सशस्त्र समूहों के हाथ ये हथियार लग गए तो इसे वह किसी को भी बेच सकते हैं। इसका मानवता के लिए बड़ा खतरा हो सकता है।
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