Sudan News: सूडान में हालात बिगड़े हुए हैें। यहां सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच खूनी संघर्ष जारी है। ईद के कारण जरूर 72 घंटे का संघर्ष विराम लागू हुआ था। लेकिन दोनों की सहमति के बाद लगे इस संघर्ष विराम के बाद हालात फिर खराब हो गए। हालत यह है कि इस महीने के मध्य से जब यह संघर्ष शुरू हुआ, तब से अब तक 413 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं दूसरी ओर सूडान का पोर्ट लोगों के सुरक्षित निकलने के लिए एक अहम केंद्र बन चुका है।
अमेरिकन मीडिया के मुताबिक सूडान में करीब 11 हजार अमेरिकी नागरिक उपस्थित हैं। उन्हें सूडान बंदरगाह पहुंचने के लिए कहा गया है। जहां से अमेरिकी नौसेना उन्हें निकालेगी। सऊदी अरब ने भी शनिवार को बताया कि हजारों से ज्यादा लोग कारों व दूसरे वाहनों से सूडानी पोर्ट पर पहुंच रहे हैं, जहां से सऊदी नौसेन उन्हें जेद्दाह पोर्ट तक पहुंचा रही है।
वहीं, यूरोपीय देशों ने भी अपने नागरिकों को सूडानी पोर्ट तक पहुंचने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि सूडानी सेना और आरएसएफ आने वाले दिनों में सूडान पोर्ट की तरफ जाने वाले रास्तों पर हिंसा रोककर विदेशी नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना सकते हैं। सूडान पोर्ट लाल सागर में जेद्दाह पोर्ट से कुछ ही दूरी पर है।
कतर के नागरिकों से लूटपाट का आरोप
वहीं, सूडानी सेना ने आरोप लगाया कि सूडान पोर्ट की तरफ बढ रहे कतर के नागरिकों के काफिले पर आरएसएफ ने हमला कर लूटपाट की है। हालांकि, कतर की तरफ से इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की गई है। मिस्र के विदेश मंत्रालय ने बताया कि रविवार को सूडान में उनका एक राजनयिक भी गोली लगने से घायल हुआ है।
सऊदी अरब की मदद से निकाले गए कई भारतीय नागरिक
उधर, सूडान में सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच संघर्ष के चलते यहां भारतीय भी फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने की भरसक कोशिश की जा रही है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कई देशों से सहयोग को लेकर बातचीत की। इसी बीच सऊदी अरब की मदद से सूडान संघर्ष में फंसे कुछ नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया। ये भारतीय सुरक्षित रूप से सऊदी अरब पहुंच गए हैं।