सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में एक सैन्य अड्डे पर हुए आत्मघाती विस्फोट में 15 से अधिक लोग मारे गए। सोमाली नेशनल न्यूज एजेंसी के अनुसार अभी तक इस आत्मघाती हमले के लिए चरमपंथी समूह अल-शबाब को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। लेकिन असल में इस हमले के लिए कौन जिम्मेदार है यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस समूह ने पिछले हफ्ते हुए दो कार बम विस्फोटों की जिम्मेदारी ली थी।
अल-शबाब ने ली जिम्मेदारी
अल-कायदा से जुड़े एक चरमपंथी समूह अल-शबाब ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि वह शिक्षा मंत्रालय को निशाना बना रहा था, क्योंकि उसका मानना है कि समूह "इस्लामी विश्वास से सोमाली बच्चों को हटाने के लिए प्रतिबद्ध है।" गारोवे न्यूज पोर्टल ने कहा कि विस्फोट शनिवार को जनरल धागाबादन मिलिट्री ट्रेनिंग फैसिलिटी में हुआ, जो एक पूर्व कैंडी फैक्ट्री में स्थित है।
पिछले हफ्ते भी भीषण कार बम धमाकों में कम से कम 100 लोगों की हुई थी मौत
30 अक्टूबर सोमालिया के लिए काला दिन साबित हुआ था। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हुए भीषण कार बमों के विस्फोट में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। यह हमला राजधानी में बेहद भीड़-भाड़ वाले इलाके में किया गया था। हमले में जान गवांने वालों में बच्चे, बुजुर्ग और युवा शामिल थे। हमला इतना घातक था कि आसपास बने मकानों और दुकानों के खिड़कियों और दरवाजों के भी परखच्चे उड़ गए थे। कांच के शीशे टूट गए थे। पास खड़े कई दूसरे वाहन भी धुआं हो गए। लोगों के शवों के चिथड़े उड़ गए थे। हमले में घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
एंबुलेंस भी हो गई थी क्षतिग्रस्त
एम्बुलेंस सेवा के निदेशक अब्दुलकादिर अदन ने एक ट्वीट में कहा था, “पहले हमले में घायल लोगों की मदद करने वाली एक एम्बुलेंस भी दूसरे विस्फोट से नष्ट हो गई।” एक प्रत्यक्षदर्शी अब्दिरजाक हसन ने कहा, “जब दूसरा धमाका हुआ, तब मैं 100 मीटर दूर था। मैं जमीन पर पड़े शवों की गिनती नहीं कर सका।” अक्टूबर 2017 में इसी जगह हुए ट्रक बम धमाके में 500 लोगों की मौत हो गई थी। उस हमले के बाद से यह क्षेत्र में सबसे घातक हमला है। इससे लोगों में दहशत फैल गई है। हमले के बाद चारों तरफ अफरातफरी मची हुई थी।