Saudi Arabia WWE: सऊदी अरब तेजी से कट्टरता से पीछे हटते हुए आधुनिकता की तरफ बढ़ रहा है। जो दुनिया के कट्टरपंथी मुसलमानों को पसंद नहीं आ रहा। यही वजह है कि कभी महिला अधिकारों तो कभी किसी अन्य सभ्यता का त्योहार मनाने पर सऊदी अरब निशाने पर आ जाता है। हालांकि, अपने पर्यटन क्षेत्र को मजबूत करने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए खाड़ी देश कई बड़े बदलाव कर रहा है। लेकिन सऊदी अरब में होने वाले हर बड़े बदलाव को कट्टरपंथियों के हमले का सामना करना पड़ता है। कुछ ऐसा ही हुआ जब हाल ही में प्रोफेशनल रेसलिंग कंपनी WWE ने सऊदी अरब में अपने इवेंट का आयोजन किया। इसमें महिला पहलवानों ने भी हिस्सा लिया, जिसे लेकर कट्टरपंथियों में गुस्सा है।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इस घटना के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया है। एक वीडियो के नीचे कुछ यूजर्स ने 'नरक में जाने को तैयार', 'नया सऊदी अरब नरक की ओर बढ़ रहा है' जैसे कमेंट किए हैं। हालांकि कुछ लोग देश के इस बदलाव के समर्थन में भी नजर आए। एक यूजर ने लिखा, 'सुधारों पर दुनिया के लिए रियल रोल मॉडल'। सऊदी अरब में वोटिंग और ड्राइविंग जैसे बुनियादी अधिकार भी महिलाओं तक देर से पहुंचे हैं।
हैलोवीन मनाए जाने से हुए थे नाराज
सऊदी अरब में कुश्ती टूर्नामेंट की मेजबानी से पहले हैलोवीन पर हंगामा हुआ था। पिछले हफ्ते 31 अक्टूबर को सऊदी अरब में पहली बार हैलोवीन का त्योहार मनाया गया। इस मौके पर राजधानी रियाद में एक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था। लोगों ने डरावने कॉस्ट्यूम पहने थे, जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गईं। तस्वीरों ने कुछ कट्टरपंथियों को नाराज कर दिया और उन्हें 'इस्लाम विरोधी' करार दिया गया।
लोग बोले- कयामत अब दूर नहीं है
एक यूजर ने लिखा, 'मैंने इस साल बहुत सारे मुसलमानों को हैलोवीन मनाते हुए देखा है। मुसलमानों को हैलोवीन मनाने की मनाही है। अल्लाह सही रास्ता दिखाए और हमें माफ करे।' वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, 'सऊदी अरब में हैलोवीन मनाया जा रहा है जो दिखाता है कि कयामत अब दूर नहीं है।' अरब न्यूज की खबर के मुताबिक रियाद की हैलोवीन परेड में पहली बार शिरकत करने वाले शमील अब्दुलरहमान ने कहा कि सच कहूं तो मैं हराम या हलाल के बारे में नहीं जानता, लेकिन यहां हर कोई खुश है।