Highlights
- पवित्र शहर मक्का में गैर-मुस्लिम ने किया प्रवेश
- सऊदी अरब ने अपने नागरिक को किया गिरफ्तार
- मक्का में प्रवेश नहीं कर सकते हैं गैर-मुस्लिम लोग
Non-Muslim in Mecca City: सऊदी अरब की पुलिस ने कहा है कि उसने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने इस्लाम के सबसे पवित्र माने जाने वाले मक्का शहर में प्रवेश करने में एक इजरायली-यहूदी पत्रकार की मदद की थी। दरअसल, मक्का शहर में केवल मुसलमानों को ही प्रवेश करने की अनुमति है और अन्य धर्मों को मानने वाले लोगों के इस शहर में दाखिल होने पर रोक है। किसी भी राष्ट्रीयता और पृष्ठभूमि के मुसलमान मक्का में प्रवेश कर सकते हैं, जबकि गैर-मुसलमानों को इस शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
ऐसा कहा जाता है कि इसकी सीमाओं के भीतर सभी लोगों के लिए एक बहुत ही विशिष्ट आचार संहिता और व्यवहार का पालन करने की आवश्यकता होती है। इजरायली मूल के टेलीविजन संवाददाता गिल तमारी के शहर में प्रवेश करने की घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। सऊदी अरब के लोगों का कहना है कि इससे शहर की गरिमा भंग हुई है। वो इस घटना के बाद से आग बबूला हो गया है। यह घटना ऐसे समय हुई है जब सऊदी अरब और इजरायल के बीच संबंधों में लगातार सुधार हो रहा है।
ईरान को साझा दुश्मन मानते हैं दोनों देश
सऊदी अरब और इजरायल दोनों ही देश ईरान को अपना साझा दुश्मन मानते हैं और इसलिए भी उनके आपसी संबंध मजबूत हो रहे हैं। सऊदी अरब की पुलिस ने इजरायली पत्रकार की मदद करने वाले व्यक्ति की पहचान का खुलासा नहीं किया है। इजरायल में चैनल-13 के लिए काम करने वाले वरिष्ठ पत्रकार गिल तमारी ने मक्का शहर में दाखिल होने के बाद करीब 10 मिनट का एक वीडियो बनाया था। सोमवार को प्रसारित इस वीडियो में इजरायली पत्रकार हज तीर्थयात्रा के एक प्रमुख स्थान पर जाते दिखाई देते हैं। यह वही स्थान है, जहां पैगंबर मोहम्मद ने करीब 1400 साल पहले अंतिम खुतबा (धार्मिक उपदेश) दिया था।
इजरायली चैनल में काम करता है पत्रकार
वहीं तमारी की बात करें, तो वह इजरायल के चैनल 13 में काम करने वाले पत्रकार हैं। इस मामले में सऊदी अरब पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि मामले में देश के ही एक नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। उसने शहर में गैर-मुस्लिम शख्स को प्रवेश कराने में मदद की थी। ऐसा भी कहा जा रहा है कि इजरायल का ये पत्रकार अमेरिकी नागरिक हो सकता है। वहीं जो वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है, वह 10 मिनट का है। हालांकि गिल तमारी का कहना है कि वह ये बात बखूबी जानते हैं कि जो कुछ भी उन्होंने किया, वह गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद केवल उस जगह को दिखाना था, जो मुस्लिम भाई और बहनों के लिए महत्वपूर्ण है।
सोशल मीडिया पर चल रहा ट्रेंड
तमारी ने बेशक जो किया उसके पीछे का कारण भी बता दिए। लेकिन फिर भी सऊदी अरब का मीडिया उन्हें गलत ही बता रहा है। तमारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर ट्रेंड चलाया जा रहा है। यहां तक कि इजरायल का समर्थन करने वाले लोग भी उनकी आलोचना कर रहे हैं। मक्का की बात करें, तो यह मुस्लिमों के लिए बेहद पवित्र शहर है। लेकिन यहां गैर-मुस्लिमों लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है। वह इस शहर की यात्रा करने तक नहीं आ सकते हैं। न ही यहां से यात्रा तक नहीं कर सकते हैं। अगर कोई गैर मुस्लिम प्रवेश करने की कोशिश भी करता है, तो उसपर जुर्माना लगा दिया जाता है।
जानकारी के मुताबिक, कुरान की आयात 9:28 में कहा गया है कि गैर-मुस्लिमों को बड़ी मस्जिद के पास नहीं आना चाहिए। इसके साथ ही जो लोग इस्लाम को मानते हैं, वह शांति से अपनी नमाज अदा कर सकते हैं।