मॉस्को: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस बीच रूस के रक्षा मंत्री ने बुधवार को फ्रांस के अपने समकक्ष को फोन किया और यूक्रेन में सैनिक तैनात करने के खिलाफ चेतावनी दी। रूस के रक्षा मंत्री ने कहा कि मॉस्को संघर्ष समाप्त करने को लेकर वार्ता में भाग लेने के लिए तैयार है। रूसी रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू से कहा कि अगर पेरिस यूक्रेन में फ्रांस के सैनिक भेजने संबंधी अपने बयानों पर अमल करता है तो ‘‘इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।’’
अक्टूबर 2022 के बाद पहला बार हुआ ऐसा
दरअसल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फरवरी में कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। मैक्रों के इसी बयान को लेकर रूस के रक्षा मंत्री ने फ्रांस के रक्षा मंत्री से बातचीत की है। अक्टूबर 2022 के बाद रूस और फ्रांस के रक्षा मंत्रियों के बीच पहली बार फोन पर बातचीत हुई है।
बातचीत के लिए तैयार है रूस
शोइगु ने ‘‘यूक्रेन पर बातचीत के लिए रूस की रजामंदी’’ जताई। साथ ही कहा कि जेनेवा में होने वाली शांति वार्ता रूस की भागीदारी के बिना ‘‘निरर्थक’’ साबित होगी। रूस के रक्षा मंत्री ने कहा कि मार्च 2022 में इस्तांबुल में रूस-यूक्रेन के बीच हुई बातचीत के आधार पर आगे की चर्चा की जा सकती है।
मीडिया रिपोर्ट में क्या कहा गया
इस बीच, मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस के यूक्रेन में सेना भेजने के कुछ सप्ताह बाद इस्तांबुल में जिस मसौदे पर बातचीत हुई उसमें कहा गया था कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने की अपनी जिद छोड़ देगा और तटस्थ रहेगा। इस बातचीत के बाद कोई समझौता नहीं हो सका और ये बातचीत बेनतीजा रही। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को फोन पर हुई बातचीत के बारे में कहा कि फ्रांस के रक्षा मंत्री लेकोर्नू ने 22 मार्च को ‘मॉस्को कॉन्सर्ट’ हॉल पर हुए हमले पर शोक व्यक्त किया। इस घातक हमले में 145 लोग मारे गए थे। एपी
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