बारिश और बाढ़ ने सिर्फ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में ही नहीं, बल्कि ओमान से लेकर पाकिस्तान तक तबाही मचा दी है। मूसलाधार बारिश और भीषण बाढ़ की चपेट में आने से तीनों देशों में 82 लोगों की मौत हो गई है। इनमें पाकिस्तान में 63, ओमान में 18 और दुबई में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। ओमान में अचानक हुई भारी बारिश के कारण बाढ़ आ जाने से 18 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 2 लोग लापता हैं। उनकी तलाश जारी है। ओमान में मंगलवार को घोषित मृतकों की संख्या में कम से कम नौ स्कूली बच्चे और उनके ड्राइवर शामिल हैं, जिनका वाहन रविवार को समद एशान में बाढ़ के पानी में बह गया था।
आपातकालीन प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय समिति ने कहा कि बचाव दल अभी भी दो लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।
ओमान की सरकार ने कई प्रांतों में खराब मौसम की स्थिति के कारण सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में प्रशासनिक कर्मचारियों को एक दिन की छुट्टी दे दी, जबकि सल्तनत के अन्य हिस्सों में दूरस्थ कार्य की सिफारिश की गई। निवासियों से यह भी आग्रह किया गया कि यदि उन्हें लगे कि वे खतरे में हैं या अधिकारियों ने ऐसा करने के लिए कहा है तो वे आश्रय स्थलों में चले जाएं। सरकारी मीडिया के अनुसार, बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित ओमान का उत्तरी प्रांत ऐश शरकियाह है। यहां नागरिकों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से बाहर निकालने के लिए पुलिस और सैनिकों को तैनात किया गया है। इसी तरह संयुक्त अरब अमीरात में भारी बारिश हुई है। हवाई अड्डों, प्रमुख राजमार्गों के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई, इससे आवागमन ठप हो गया है। कई सड़कों पर वाहनों को छोड़ दिया गया है।
पाकिस्तान में बाढ़ और बारिश से अब तक 63 मौतें
पाकिस्तान में अधिकारियों के मुताबिक पिछले चार दिनों से जारी बारिश और बेहद खराब मौसम के कारण कम से कम 63 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बिजली गिरने और भारी बारिश की वजह से 14 लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता खुर्शीद अनवर ने बताया कि ज्यादातर मौतें पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई हैं। प्रांत में इमारत के ढहने से 32 लोगों की मौत हो गयी, जिसमें 15 बच्चे और पांच महिलाएं शामिल थीं। अनवर ने बताया कि उत्तर पश्चिम में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और 1370 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बिजली गिरने और मकान ढहने की घटनाओं में 21 लोगों की मौत गई।
जबकि बलूचिस्तान में 10 लोगों की मौत की खबर है। अधिकारियों ने अचानक आई बाढ़ के बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी है। बलूचिस्तान में बुधवार को भी बचाव और राहत कार्य जारी है हालांकि बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है। पाकिस्तान मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी जहीर अहमद बाबर ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण अप्रैल के महीने में पाकिस्तान में भारी बारिश हो रही है।