Highlights
- न्यूजीलैंड ने प्राउड बॉयज और द बेस को आतंकवादी संगठन घोषित किया
- प्राउड बॉयज हमेशा व्हाइट सुप्रमेसी के पक्ष में खड़ा होता है
- यह समूह गोरे पुरूषों को सबसे श्रेष्ठ मानता है
Proud Boys: न्यूजीलैंड सरकार ने गुरुवार 30 जून को आतंकवादी सूची में अमेरिकी सुदूर दक्षिणपंथी संगठन प्राउड बॉयज और द बेस को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। इन दोनों संगठनों को इस्लामिक स्टेट समेत उन 18 संगठनों में शामिल किया गया है जिन्हें आधिकारिक रूप से आतंकवादी संगठन करार दिया गया है और न्यूजीलैंड में इनके लिए वित्तपोषण, भर्ती और उनमें शामिल होना अवैध है।
दोनों ही संगठन न्यूजीलैंड में सक्रिय तो नहीं है लेकिन दक्षिण प्रशांत क्षेत्र का यह देश 2019 में एक श्वेत श्रेष्ठ नस्लवादी द्वारा गोलीबारी कर 51 मुसलमानों की हत्या कर दिए जाने के बाद सुदूर दक्षिणपंथी संगठनों के खतरों को लेकर चौकन्ना है। इस घटना से श्वेत श्रेष्ठतावादियों को शह मिली और न्यूयार्क के बुफैलो में एक सुपरमार्केट में एक श्वेत बंदूकधारी ने 10 अश्वेतों की हत्या कर दी।
कौन हैं प्राउड बॉयज
प्राउड बॉयज एक श्वेत वर्चस्ववादी समूह है जो अपने आप को रंग के आधार पर श्रेष्ठ मानता है। इस समूह का गठन कुछ वर्ष पहले ही हुआ। इस समूह की शुरुआत अमेरिकन कनाडियन मीडिया समूह Vice Media के को-फाउंडर ग्रेविन मेकेन्स ने की थी। यह समूह मुस्लिम विरोधी विचारों और मुस्लमानों के प्रति नफरत को लेकर भी जाना जाता है। अमेरिका के FBI ने भी इसे चरमपंथी समूह करार दिया था।
इस समूह में सिर्फ श्वेत पुरूष ही शामिल होते हैं
"प्राउड बॉयज" जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि यह समूह सिर्फ पुरूषों को ही अपना सदस्य बनाता है और वो भी सिर्फ और सिर्फ गोरे पुरूषों को। उसके आलावा ये महिलाओं, ट्रांसजेंडरों, और काले लोगों से भेदभाव करते हैं। यह एक ऐसा समूह है जो अपने से अलग दिखने और होने वाले सभी लोगों से नफरत करता है। इनकी नजर में श्रेष्ठ सिर्फ यही लोग हैं बाकि लोगों को इस धरती पर जीने का कोई अधिकार नहीं।
प्राउड बॉयज का काम
प्राउड बॉयज अक्सर ऐसे मुद्दे पर आवाज उठाते हैं जो व्हाइट सुप्रमेसी के हक में हो। अक्सर उन्हें अमेरिका और कनाडा में काले लोगों और मुस्लमानों पर हिंसा करते देखा गया है। ये लोग एक खास तरह के पोषाक भी लगाते हैं। इसमें वे सर पर लाल टोपी पहनते हैं और उस पर एक चर्चित स्लोगन लिखा होता है "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन"।
प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रंप ने इस समूह का किया था जिक्र
डिबेट के दौरान फॉक्स न्यूज के एंकर ने डोनाल्ड ट्रंप से अश्वेतों पर हो रहे हिंसा के बारें में पूछा था। इस सावल पर ट्रंप ने एकदम चुप्पी साध ली और व्हाइट सुप्रमेसी पर कुछ भी बोलने से बचते दिखे। तभी बाइडेन ने इस मामले पर हस्तक्षेप करते हुए काले लोगों और मुस्लमानों पर हुए हिंसा के लिए प्राउड बॉयज को जिम्मेदार ठहराया। तभी ट्रंप ने इस समूह का बचाव करते हुए कहा था कि प्राउड बॉयज: स्टैंड बैक एंड स्टैंड बाय।