Highlights
- ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री बनीं लिज ट्रूस
- भारतीय मूल के ऋषि सुनक को हराया
- कंजर्वेटिव पार्टी की नई नेता बनीं ट्रूस
Prime Minister of the United Kingdom: ब्रिटेन की विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रूस ने कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व के मुकाबले में भारतवंशी पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को हरा दिया है। ट्रूस को लिज ट्रूस भी कहा जाता है। वह ब्रिटेन की अगली प्रधानमंत्री होंगी। कंजर्वेटिव पार्टी ने इसकी घोषणा की है। कंजर्वेटिव पार्टी के बैकबेंच सांसदों की 1922 समिति के अध्यक्ष और पार्टी के नेतृत्व संबंधी चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी सर ग्राहम ब्रैडी ने 47 साल की ट्रूस की जीत की घोषणा की। ट्रूस मौजूदा प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की जगह लेंगी। मार्गरेट थैचर और थेरेसा मे के बाद ट्रूस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी। ट्रूस को विजेता घोषित करने के साथ ही कंजर्वेटिव पार्टी में नेतृत्व पद के लिए मुकाबले को लेकर कई हफ्तों से जारी अभियान समाप्त हो गया है।
वह 2021 में देश की विदेश मंत्री बनी थीं। उन्होंने पार्टी सदस्यों के 81,326 वोट हासिल करके जीत दर्ज की है। जबकि सुनक को 60,399 वोट मिले हैं। अपनी जीत के भाषण में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ऑडिटोरियम से ट्रूस ने कहा, 'कंजर्वेटिव और यूनियनिस्ट पार्टी के नेता के रूप में चुना जाना मेरे लिए सम्मान की बात है।' उन्होंने कहा कि यह इतिहास का सबसे लंबे समय तक चलने वाला जॉब इंटरव्यू था। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने घोटालों के सामने आने के महीनों बाद जुलाई में इस्तीफा दे दिया था। अब उन्होंने कहा है कि ऋषि सुनक को छोड़कर कोई भी उनकी जगह ले, इससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।
अब कंजर्वेटिव पार्टी की नई नेता के रूप में अपने नाम के ऐलान के बाद लिज ट्रूस महारानी एलिजाबेथ से मिलने के लिए स्कॉटलैंड जाएंगी। यहां महारानी नई नेता से सरकार गठित करने को कहेंगी। तो चलिए अब लिज ट्रूस के बारे में जान लेते हैं।
कौन हैं लिज ट्रूस?
जन्म और परिवार- लिज ट्रूस का जन्म 26 जुलाई, 1975 को ऑक्सफोर्ड में हुआ था। उनके पिता लीड्स विश्वविद्यालय में गणित के प्रोफेसर और मां बोल्टन स्कूल में लातिनी भाषा की शिक्षक थीं। ट्रूस ने साल 2000 में ह्यूग ओ'लेरी से शादी की और उनकी दो बेटियां हैं।
शिक्षा- ट्रूस ने लीड्स के राउंडहे क्षेत्र में स्थित राउंडहे स्कूल में पढ़ाई की है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड के मर्टन कॉलेज में दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई भी की और 1996 में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।
प्रोफेश्नल करियर- ट्रूस ने अपने करियर की शुरुआत साल 1999 में चार्टर्ड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (एसीएमए) के तौर पर की थी। फिर उन्होंने केबल एंड वायरलेस कंपनी में नौकरी की और 2005 में नौकरी छोड़ने तक इकोनॉमिक डायरेक्टर के पद पर रहीं। इसके बाद उन्होंने दो बार चुनाव लड़ा और दोनों ही बार उन्हें हार नसीब हुई। वह जनवरी, 2008 में सुधार मामलों में फुल टाइम डिप्टी डायरेक्टर बनीं।
राजनीतिक करियर- 1998 से 2000 के बीच ट्रूस ने लेविशाम डेप्टफोर्ड कंजर्वेटिव एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में काम किया। फिर 2006 में वह ग्रीनविच लंदन बॉरो काउंसिल के चुनाव में एल्थम साउथ के लिए एक पार्षद के रूप में चुनी गईं।
संसदीय करियर- वह 6 मई, साल 2010 में हाउस ऑफ कॉमन्स (ब्रिटिश संसद) के लिए चुनी गईं। ट्रूस को 4 सितंबर 2012 को शिक्षा विभाग में संसदीय अवर सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। जो राज्यमंत्री से निचला पद है। इसके साथ ही उन्हें बाल कल्याण और प्रारंभिक शिक्षा, मूल्यांकन, योग्यता और पाठ्यक्रम सुधार, व्यवहार और उपस्थिति, और स्कूल भोजन समीक्षा की जिम्मेदारी दी गई।
2014 में मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान ट्रूस को 15 जुलाई, 2014 को पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों के राज्य सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया और उन्होंने ओवेन पैटर्सन की जगह ली। 2016 में उन्हें थेरेसा मे के पहले मंत्रिमंडल में न्याय राज्य सचिव और लॉर्ड चांसलर के रूप में नियुक्त किया गया। इसके साथ ही वह इन पदों को संभालने वाली पहली महिला और कार्यालय के हजार साल के इतिहास में पहली महिला लॉर्ड चांसलर बनीं।
ब्रिटेन में 2017 में हुए आम चुनावों के बाद ट्रूस को 11 जुलाई को कोषाध्यक्ष (वित्त विभाग) के मुख्य सचिव के तौर पर नामित किया गया। 2019 में ट्रूस ने घोषणा करते हुए कहा कि वह मे की जगह लेने और कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व के लिए उम्मीदवार हो सकती हैं, लेकिन उन्होंने बोरिस जॉनसन का समर्थन किया। बोरिस जॉनसन का समर्थन करने के चलते उन्हें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार राज्य सचिव और व्यापार बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर पमोट किया गया। फिर बोरिस जॉनसन की सरकार में अंबर रूड के इस्तीफा के साथ ही ट्रूस को महिला एवं समानता मंत्री का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।
साल 2021 में मंत्रिमंडल में फेरबदल के समय जॉनसन ने एक बार फिर ट्रूस का प्रमोशन किया और उन्हें विदेश मंत्री बना दिया। वह मार्गरेट बेकेट के बाद इस पद को संभालने वाली दूसरी महिला बनीं। हालांकि जब बोरिस जॉनसन कई विवादों में घिर गए और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, तो ट्रूस ने 10 जुलाई, 2022 को ऐलान किया कि वह कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के चुनाव की दौड़ में हिस्सा लेने का इरादा रखती हैं। अपने अभियान में उन्होंने वादा किया कि वह प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पहले दिन ही करों में कटौती करेंगी और देश में बढ़ती महंगाई को कम करेंगी। मुक्त व्यापार को लेकर उनके विचार सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के अधिकतर नेताओं को खूब पसंद आए, जिन्होंने चुनावी अभियान में उनका समर्थन किया था।