काहिरा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को दुनिया के सात अजूबों में शामिल मिस्र की राजधानी के बाहरी इलाके में गीजा के पिरामिड देखने पहुंचे। मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली के साथ मोदी ने उत्तरी मिस्र में अल-जिजा (गीजा) के पास नील नदी के पश्चिमी तट पर स्थित एक चट्टानी पठार पर बने तीन पिरामिड को देखा। इसका निर्माण मिस्र के चौथे राजवंश के समय में हुआ था।
27 सालों में बने थे ग्रेट पिरामिड, सात अजूबों में से सबसे पुराना
जो वीडियो सामने आया है उसमें पीएम मोदी ‘गीजा के ग्रेट पिरामिड’ के बारे में जानकारी लेते हुए दिख रहे हैं, जो मिस्र का सबसे बड़ा पिरामिड है। यह पुराने साम्राज्य के चौथे राजवंश के शासक खुफू की कब्र पर बना है। पिरामिड प्राचीन विश्व के सात अजूबों में से सबसे पुराना है, जिसका निर्माण 26वीं शताब्दी ईसा पूर्व की शुरुआत में लगभग 27 सालों की अवधि में हुआ था। यह एकमात्र ढांचा है, जो काफी हद तक मूल स्वरूप में बरकरार है।
पीएम मोदी को मिला मिस्र का सर्वोच्च सम्मान
गौरतलब है कि राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर मोदी मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने रणनीतिक साझेदारी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इससे पहले मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रदान किया।
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