कराकसः वेनेजुएला में एक बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इसके बारे में सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। वेनेजुएला की सरकार का कहना है कि उसके देश में अर्जेंटीना एंबेसी में रह रहे लोग राष्ट्र्पति और उपराष्ट्रपति की हत्या करना चाहते हैं। सरकार ने कहा है कि इसलिए ब्राजील अब से देश में अर्जेंटीना के राजनयिक हितों की रक्षा नहीं कर सकेगा, जिससे शरण की उम्मीद में महीनों से अर्जेंटीना के दूतावास में रह रहे वेनेजुएला के सरकार विरोधी लोगों पर खतरा मंडराने लगा है।
वेनेजुएला के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि उसने ब्राजील को अपने फैसले के बारे में सूचित कर दिया है, जो तत्काल प्रभाव से लागू होगा। मंत्रालय ने कहा कि वेनेजुएला को यह कदम उठाने के लिए इसलिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि उसे जानकारी मिली है कि अर्जेंटीना के दूतावास में जिन लोगों ने शरण ले रखी है, वे राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और उपराष्ट्रपति डेल्सी रोड्रिग्ज की हत्या करना चाहते हैं तथा ‘‘आतंकवादी’’ कृत्यों को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। वेनेजुएला का यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ती तल्खी का सबूत है। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति ने जुलाई में वेनेजुएला में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मादुरो के खिलाफ धांधली के आरोप लगाए थे।
मादुरो हालिया चुनाव में हुए थे विजयी
देश के निर्वाचन अधिकारियों ने मादुरो को विजेता घोषित किया था, लेकिन विपक्ष का दावा था कि जनाधार उसके पक्ष में था। चुनाव के बाद देश में हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया। विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो की चुनाव प्रचार अभियान प्रमुख रहीं मैगली मेंडा उन सरकारी विरोधियों में शामिल हैं, जिन पर मादुरो के मुख्य अभियोजक ने राजनीतिक हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए मार्च में उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। इसके बाद मेंडा ने अर्जेंटीना के राजदूत के आवास में शरण ली थी। मादुरो ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली की दक्षिणपंथी सरकार के साथ देश के राजनयिक संबंध समाप्त कर दिए थे, जिसने अपने हितों की रक्षा और शरणार्थियों की सुरक्षा के लिए पड़ोसी ब्राजील का सहारा लिया था।
अर्जेंटीना राजदूत के निवास के बाहर खड़े बख्तरबंद वाहन
मेंडा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये बताया कि शुक्रवार से ही पुलिस के बख्तरबंद वाहन अर्जेंटीना के राजदूत के निवास के बाहर खड़े हैं। राजनयिक मिशन की बिजली भी काट दी गई है और उन्हें तथा सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा सकती है। इसके बाद अर्जेंटीना के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसके राजदूत के आवास पर छापा मारने और शरणार्थियों का ‘‘अपहरण’’ करने के किसी भी प्रयास को हल्के में नहीं लिया जाएगा। (एपी)
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