सियोल: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपनी मिसाइलों के परीक्षण को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। उत्तर कोरिया की ओर से लगातार मिसाइलों का परीक्षण किया जा रहा है। अब एक बार फिर सोमवार को उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी जलक्षेत्र में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। इस बारे में जानकारी दक्षिण कोरिया की ओर से दी गई है। दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल दागने की यह नई घटना है। दक्षिण कोरिया के 'ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ' ने कहा कि मिसाइल सोमवार को दागी गई लेकिन उन्होंने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया कि मिसाइल कितनी दूरी तक गई।
उत्तर कोरिया कर रहा है बड़ी तैयारी
दक्षिण कोरियाई सेना ने सोमवार को कहा कि उसे इस बात के सबूत मिले हैं कि उत्तर कोरिया अपने दूसरे जासूसी उपग्रह प्रक्षेपण की तैयारी में जुटा है, लेकिन ऐसे कोई संकेत नहीं हैं कि प्रक्षेपण होने वाला है। इससे इतर हाल ही में दक्षिण कोरिया ने अपना दूसरा सैन्य जासूसी उपग्रह प्रक्षेपित किया था। दक्षिण कोरिया का यह सैन्य उपग्रह खासतौर पर उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियों पर नजर रखने के मकसद से प्रक्षेपित किया गया है।
सैन्य क्षमताओं में विस्तार कर रहा है उत्तर कोरिया
यहां यह भी बता दें कि, उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ जारी गतिरोध के बीच अपनी सैन्य क्षमताओं में विस्तार करते हुए हाल के महीनों में हथियारों के परक्षीण की अपनी गति को और तेज कर दिया है। उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को पश्चिमी तटीय इलाके में नई विमान रोधी मिसाइल और शनिवार को घातक क्रूज मिसाइल का परीक्षण करने की घोषणा की थी।
अमेरिका तक निशाना
कोरियाई प्रायद्वीप पर कुछ वर्षों में काफी तनाव बढ़ा है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन हथियारों के जखीरे को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयार कर रहे हैं और उनका कहना है कि इस जखीरे में कुछ ऐसी मिसाइलें भी हैं जो अमेरिकी मुख्य भूमि और प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम हैं। उत्तर कोरिया की तैयारियों के बीच अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने अपने संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण का विस्तार किया है और अपनी बचाव रणनीतियों को तेज किया है। (एपी)
यह भी पढ़ें:
इजराइल से टेंशन के बीच पाकिस्तान पहुंचे ईरान के राष्ट्रपति, समझें इस दौरे की अहमियतईरान के हमलों में इजराइल को हुआ नुकसान, जानें टॉप लीडर ने अधिकारियों के साथ बैठक में क्या कहा