अबूजा (नाइजीरिया): मध्य नाइजीरिया में सशस्त्र समूहों द्वारा किए गए हमले में 160 लोगों की मौत हो गई। यह हमला शनिवार और रविवार को हुआ। मध्य नाइजीरिया के प्लैटो में हुआ। नाइजीरिया का यह इलाका धार्मिक और जातीय तनाव से ग्रस्त रहा है। यहां अक्सर किसानों और चरवाहों के बीच झड़प होती रही है। इससे पहले मई में भी यहां पर हिंसा की घटनाओं में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
हमले में 300 से ज्यादा लोग घायल
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में नाइजीरियाई सेना के हवाले से यह बताया गया था कि हमलों में 16 लोगों की मौत हुई है। लेकिन बाद में 160 लोगों की मौत की पुष्टि की गई। प्लैटो राज्य के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि शनिवार और रविवार को हुए इन सुनियोजित हमलों में 160 लोगों की मौत हो गई। यहां डाकुओं के एक समूह ने कम से कम 20 समुदायों पर हमला किया। 160 लोगों की मौत हो गई जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
हाल के दिनों में हिंसा की घटनाएं बढ़ी
अधिकारियों की तरफ से इस बात की कोई नहीं दी गई है कि इन हमलों के पीछे कौन जिम्मेदार है। मध्य नाइजीरिया के प्लेटो राज्य में कई जातीय और धार्मिक समुदाय के लोग रहते हैं। इस इलाके में हाल के दिनों में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं और सांप्रदायिक संघर्ष में सैकड़ों लोगों की जान गई है। यहां होने वाले संघर्ष को अक्सर मुस्लिम चरवाहों और ईसाई किसानों के बीच जातीय संघर्ष बताया जाता है। लेकिन इन संघर्षों के पीछे कई अन्य कारण भी हैं।
नवंबर में 37 ग्रामीणों की हत्या हुई थी
इससे पहले नवंबर महीने में पूर्वोत्तर नाइजीरिया में चरमपंथियों ने दो अलग-अलग हमलों में कम से कम 37 ग्रामीणों की हत्या कर दी थी। चरमपंथियों ने योबे राज्य के गीदाम जिले में 17 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने आए 20 अन्य लोगों की बारूदी सुरंग का इस्तेमाल कर जान ले ली। बोको हराम इस्लामी चरमपंथी समूह ने क्षेत्र में इस्लामी कानून या शरिया की अपनी कट्टरपंथी व्याख्या स्थापित करने के प्रयास के तहत 2009 में पूर्वोत्तर नाइजीरिया में विद्रोह शुरू किया था। योबे के पड़ोसी बोर्नो राज्य में चरमपंथी हिंसा के कारण कम से कम 35,000 लोग मारे गए हैं और 20 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। पहला हमला गीदाम के सुदूर गुरोकैयेया गांव में हुआ, जब बंदूकधारियों ने कुछ ग्रामीणों पर गोलियां चला दीं। इस हमले में 17 लोगों की मौत हो गई। मृतकों के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए कम से कम 20 ग्रामीण मंगलवार को एक बारूदी सुरंग की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई।